Sitapur BSA Belt Attack: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में शिक्षा विभाग उस वक्त सुर्खियों में आ गया, जब एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। एक प्राथमिक विद्यालय के हेडमास्टर ने बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) पर उनके ही दफ्तर में हमला कर दिया। इस घटना ने पूरे विभाग में हड़कंप मचा दिया है।
घटना का विवरण
प्राथमिक विद्यालय नदवा महमूदाबाद के प्रधानाध्यापक बृजेंद्र वर्मा स्पष्टीकरण देने के बहाने बीएसए अखिलेश सिंह के दफ्तर आए थे। बीएसए के अनुसार, बातचीत सामान्य थी, लेकिन तभी हेडमास्टर ने अचानक उन पर बेल्ट से हमला कर दिया। हेडमास्टर ने लोहे के कुंडे वाली बेल्ट से हमला किया, जिससे बीएसए चोटिल हो गए। उन्होंने अपनी तहरीर में यह भी कहा कि हेडमास्टर पहले से योजना बनाकर आए थे और उनका इरादा हत्या का भी हो सकता था।
हमले के दौरान बीच-बचाव करने आए एक क्लर्क के साथ भी मारपीट की गई। हेडमास्टर ने बीएसए का फोन पटककर तोड़ दिया और सरकारी फाइलें भी फाड़ दीं। पूरी घटना दफ्तर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।
#सीतापुर के हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा बेसिक शिक्षा अधिकारी को अपने खिलाफ हुई शिकायत पर सफाई देने आए थे
मास्टर साहब की सफाई BSA को पसंद नहीं आई तो मास्टरजी ने BSA की उनके ऑफिस में बेल्टों से पिटाई कर दी
स्टाफ ने BSA की बेशकीमती जान बचाई
मास्टर साहब अब पुलिस हिरासत में है pic.twitter.com/HStG4i7G5u
— Narendra Pratap (@hindipatrakar) September 23, 2025
आरोपों का सिलसिला
दूसरी ओर, Sitapur पुलिस हिरासत में हेडमास्टर बृजेंद्र वर्मा ने भी बीएसए पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि एक सहायक अध्यापिका स्कूल नहीं आती थी, और जब उन्होंने इस बारे में बीएसए से पूछा, तो उनकी खुद की जांच शुरू करा दी गई। हेडमास्टर का आरोप है कि बीएसए ने उनसे कहा था कि वह सहायक अध्यापिका स्कूल नहीं आएगी, और उन्हें ही स्कूल का काम देखना होगा।
Sitapur पुलिस की कार्रवाई
इस घटना के बाद कर्मचारियों ने आरोपी हेडमास्टर को पकड़कर Sitapur पुलिस के हवाले कर दिया। बीएसए अखिलेश सिंह ने शहर कोतवाली में हेडमास्टर के खिलाफ तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सहायक पुलिस अधीक्षक विनायक गोपाल भोसले ने बताया कि पुलिस को बीएसए की तहरीर मिल गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना सरकारी दफ्तरों में सुरक्षा व्यवस्था और अधिकारियों-कर्मचारियों के बीच बढ़ते तनाव को उजागर करती है।