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Kanpur की मां ने अपने 4 साल के बेटे को प्रेमी के लिए बेरहमी से मारा, पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया

Kanpur

Kanpur mother killed son: कानपुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मां ने अपने ही 4 साल के बेटे की ऐसी निर्मम हत्या की कि सुनकर हर कोई दंग रह गया। मनीषा नाम की महिला ने अपने बेटे अनिरुद्ध का गला ताबीज के धागे से घोंट कर उसकी जान ले ली। इतना ही नहीं, उसने हत्या के बाद बच्चे के चेहरे और पीठ पर दांत से चोटें भी लगाईं। यह घटना सोमवार की रात की है, जिसने पूरे प्रतापपुर गांव को हिला कर रख दिया।

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मनीषा की इस क्रूरता का कारण बेहद हैरान करने वाला है। उसने पुलिस को बताया कि शादी के बाद उसके दो बच्चे पहले ही मर चुके थे, जिससे वह बहुत दुखी थी। फिर भी उसने अपने प्रेमी विकास के साथ जीवन बिताने के लिए यह जघन्य कृत्य किया। मनीषा ने खुलासा किया कि उसने अपने प्रेमी से कहा था कि अनिरुद्ध की मौत के बाद वे दोनों शादी कर नई जिंदगी शुरू करेंगे और अपने प्रेमी के बच्चे को जन्म देंगी।

इस घटना ने गांव की महिलाओं को खासा आक्रोशित कर दिया है। वे कह रही हैं कि ऐसी मां से बेहतर तो बच्चा अकेले ही जिंदगी बिताए। नर्वल थाना प्रभारी राम मूरत पटेल ने बताया कि मनीषा के खिलाफ मजबूत साक्ष्यों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है।

हत्या के बाद आरोपी विकास भी फरार होने की कोशिश कर रहा था, लेकिन Kanpur पुलिस ने देर रात उसे नर्वल मोड़ से गिरफ्तार कर लिया। विकास के खिलाफ भी हत्या का मामला दर्ज किया गया है। Kanpur पुलिस अब दोनों से मामले की गहराई से जांच कर रही है।

यह मामला न सिर्फ एक मां की जघन्य हरकत को उजागर करता है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि प्रेम के नाम पर इंसानियत और मां-बच्चे के रिश्ते को इतना बुरी तरह तोड़ा जा सकता है। मनीषा की क्रूरता ने साबित कर दिया कि कभी-कभी प्यार भी इंसान को अंधा और निर्दयी बना सकता है।

इस कांड ने Kanpur सहित पूरे इलाके में शोक और आक्रोश फैलाया है। एक मां के लिए अपने बच्चे का जीवन सुरक्षित रखना सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है, लेकिन मनीषा ने अपने बेटे की हत्या कर वह सबसे बड़ा अपराध कर दिया। पुलिस की तेज कार्रवाई से आरोपी जल्दी ही न्याय के कटघरे में होंगे।

इस घटना से यह भी साफ हो गया है कि परिवार और समाज में बच्चों की सुरक्षा के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है ताकि कोई मासूम इस तरह की जघन्य परिस्थितियों का शिकार न बने।

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