Delhi rain: देशभर में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है और इसका असर अब साफ नजर आने लगा है। Delhi समेत कई राज्यों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। हालांकि राजधानी Delhi में अब तक केवल हल्की बारिश देखने को मिली है, जिससे तापमान में मामूली गिरावट आई है, लेकिन उमस में खासा इजाफा हुआ है। मौसम विभाग ने बताया है कि Delhi में फिलहाल भारी बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन आंधी और हल्की बारिश का सिलसिला अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है। आज राजधानी का अधिकतम तापमान 37 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर भारत के कई हिस्सों में बारिश तेज हो सकती है। राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर तेज बारिश की चेतावनी दी गई है। उत्तराखंड के देहरादून, टिहरी, बागेश्वर और चंपावत जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। खासतौर पर उत्तराखंड के कई इलाकों में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। गंगा, यमुना, अलकनंदा और सौंग नदियों में पानी खतरे के निशान के करीब पहुंच चुका है। देहरादून के मालदेवता क्षेत्र में सौंग नदी का उफान आसपास के गांवों के लिए खतरा बन गया है।
पूर्वी और मध्य भारत की बात करें तो छत्तीसगढ़, ओडिशा, मध्य प्रदेश और विदर्भ में 8 जुलाई तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का पूर्वानुमान है। इसके अलावा, झारखंड, बिहार, सिक्किम और पश्चिम बंगाल में 6 जुलाई तक मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है। पूर्वोत्तर राज्यों जैसे मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और असम में भी इस हफ्ते के अंत तक भारी बारिश हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून से जबरदस्त नुकसान हुआ है। राज्य में मानसून की शुरुआत 20 जून को हुई थी और इसके बाद से लगातार तबाही की खबरें सामने आ रही हैं। अब तक मानसून से करीब 283 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। जलशक्ति विभाग को 163 करोड़ रुपये और लोक निर्माण विभाग को 117 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
पश्चिम भारत में भी बारिश का असर दिख रहा है। महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों, गुजरात, कोंकण और गोवा के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। अगले एक हफ्ते तक इन क्षेत्रों में तेज बारिश के चलते जलभराव और भूस्खलन की आशंका बनी हुई है।