इंसानी इतिहास कई हजार साल का है। इतने सालों में पूरी दुनिया में बहुत कुछ बदल गया। इंसान भी उसके जीने का तरिका भी लेकिन जो चिज इतने सालों में में नहीं बदली वो है जीने और रहने के लिए सुरक्षित जगह। इंसान अपने लिए और अपने परिवार के लिए सबसे पहले सुरक्षित जगह ढूढंता है।
दुनिया आधुनिक हो गई है लेकिन सुरक्षित नहीं हो पाई है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने एक आंकड़ा जारी किया है। इन आंकड़ों में NCRB ने बताया है कि भारत का कौन सा शहर सबसे ज्यादा असुरक्षित है और बिहार की राजधानी पटना इन शहरों की सूची में कितने नंबर पर है। NCRB का ये आंकड़ा 2022 का है।
सबसे पहले स्थान पर देश की राजधानी दिल्ली का नंबर आता है। दिल्ली में प्रति लाख 916.7 केस दर्ज हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार 2022 में एक दिन में दुष्कर्म के तीन मामले दर्ज किए गए। वहीं, 28 हजार 522 मर्डर केस दर्ज हुए, यानी हर दिन 78 हत्याएं हुईं है। दिल्ली लगातार पिछले 3 सालों से महिलाओं के लिए असुरक्षित शहर बना हुआ है।
इस लिस्ट में राजस्थान की राजधानी जयपुर दूसरे नंबर पर है जहां दिल्ली की तरह की प्रति लाख लोगों पर 916.7 केस दर्ज हुए हैं। तीसरे नंबर पर मध्यप्रदेश का इंदौर शहर है। जहां प्रति लाख लोगों पर 767.7 केस दर्ज किए गए हैं। इस लिस्ट में चौथे नंबर पर केरल का शहर कोच्ची है। जहां प्रति लाख लोगों पर 626.7 केस दर्ज हुए हैं।
5वें नंबर पर बिहार की राजधानी पटना
बिहार की राजधानी इस लिस्ट में पांचवे नंबर पर है, यानी पटना देश के सबसे असुरक्षित शहरों में टॉप 5 शहरों में आता है। पटना में प्रति लाख लोगों पर 611.7 केस दर्ज हुए हैं। वहीं बिहार में जाति संघर्ष और जमीन-जायदाद के विवादों में सबसे अधिक हत्याएं बिहार में हुईं। इस मामले में बिहार देश में नंबर वन है। बिहार में प्रति एक लाख की आबादी पर अपराध दर 277.1 है। देश में जाति को लेकर 27 हत्या की घटनाएं हुईं, जिनमें सबसे अधिक सात लोगों की हत्या बिहार में हुई। इस सूची में मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में छह-छह, कर्नाटक में पांच तथा उत्तर प्रदेश में दो हत्याएं जाति विवाद को लेकर हुईं।
देश में वर्ग संघर्ष के कारण हत्या के 83 मामले दर्ज किए गए, जिनमें सर्वाधिक 50 घटनाएं बिहार में हुईं। अपहरण जैसे अपराध की सूची में 16,262 मामलों के साथ उत्तर प्रदेश पहले नंबर पर है. इसके बाद महाराष्ट्र और तीसरे नंबर पर बिहार है।
लागातार तीसरी बार सबसे सुरक्षित शहर कोलकाता
प्रति लाख आबादी के अनुसार दर्ज अपराध के मामले में तीसरी बार कोलकाता को सबसे सुरक्षित शहर बताया गया है। इसके बाद दूसरे स्थान पर पुणे है और तीसरे नंबर पर हैदराबाद सबसे सुरक्षित शहर पाए गए हैं।