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Tuesday, July 23, 2024
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Personal Loan से जुड़ी ये बातें जानना है बेहद जरूरी, वरना भविष्य में हो सकती है परेशानी!

Personal Loan Tips : क्रेडिट कार्ड और इंस्टेंट लोन की सुविधा से आज लोगों की जिंदगी में काफी लचीलापन आ गया है। लेकिन फिर भी पैसों की जरूरत पड़ने पर ज्यादातर लोग पर्सनल लोन लेते है। वहीं बैंकों द्वारा भी हर तरह का लोन दिया जाता है। लोग पर्सनल लोन अन्य कर्ज की तुलना में मामूली लोन समझते हैं। लेकिन आगे चलकर ये लोन आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। इसलिए इससे जुड़ी कुछ बातें जानना आपके लिए बेहद जरूरी है। वरना ये लोन आपके लिए बोझ बन सकता है।

किसे मिल सकता है Personal Loan?

पर्सनल लोन में कई बातें बहुत जरूरी होती हैं, तभी बैंक आपको लोन जारी करेगा। इसमें आपकी उम्र, आपकी इनकम और आपका क्रेडिट स्कोर सबसे ज्यादा मायने रखते हैं। पर्सनल लोन पर कॉलेटरल की शर्त नहीं होती है, लेकिन आपको परखने के बाद ही बैंक लोन जारी करते हैं। आमतौर पर 15,000 से 25,000 रुपये महीना की सैलरी हो तो बैंक आपको लोन दे देते हैं। 21 से 60 साल के बीच के लोगों को लोन जारी किया जाता है। साथ ही आपकी नौकरी की अवधि भी देखी जाती है।

सिबिल स्कोर

लोन जारी करने से पहले आपका सिबिल स्कोर चेक किया जाता है। CIBIL Score 3 डिजिट का एक स्कोर होता है जो 300 से 900 के रेंज में आता है। इसके जरिए आपके कर्ज के लेनदेन का डाटा चेक किया जाता है। साथ ही आपके क्रेडिट रिपोर्ट में आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और क्रेडिट रेटिंग देखी जाती है। पर्सनल लोन लेने के लिए आपका सिबिल स्कोर 750 के ऊपर होना चाहिए। अपना क्रेडिट स्कोर आप ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।

ब्याज दर

पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करने से पहले ये चेक कर लेना चाहिए कि कौन-सा बैंक कितनी ब्याज दर पर लोन दे रहा है। लोन अमाउंट के हिसाब से अलग-अलग ब्याज दरें हो सकती है।

ईएमआई

पर्सनल लोन आपको किस्तों (EMI) में चुकाना होता है। लोन लेने से पहले इसका कैलकुलेशन कर लें कि आपको हर महीने कितनी EMI भरनी होगी। कुछ बैंक या NBFCs आपको स्टैंडर्ड EMI अमाउंट के साथ-साथ फ्लेक्सिबल EMI का ऑप्शन भी देते हैं। स्टैंडर्ड ईएमआई के तहत आप हर महीने एक बंधी-बंधाई किस्त चुकाते हैं। तो वहीं फ्लेक्सिबल ईएमआई में आप कम किस्त से शुरू करके धीरे-धीरे इसे बढ़ाते हैं।

लोन के प्री-पेमेंट पर जुर्माना

पर्सनल लोन चुकाने के पहले आपको लोन प्री-पेमेंट की शर्तें भी चेक कर लेनी चाहिए। क्योंकि कई बैंक या NBFCs लोन की अवधि पूरी होने से पहले कर्ज चुकाने पर आपके ऊपर जुर्माना लगाते हैं। इसलिए लोन जारी करवाने से पहले ये पता कर सकते हैं कि अगर आप वक्त से पहले लोन चुकता करना चाहें तो क्या आपको जुर्माना भरना पड़ेगा।

आप जिस भी बैंक से लोन जारी करा रहे हैं उसका ट्रैक रिकॉर्ड जरूर चेक करें कि वह मार्केट में कितने समय से है, ग्राहकों का अनुभव कैसा है? इसलिए सोचा समझ कर ही बैंक का चयन करें।

 

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