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Thursday, May 16, 2024
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Vastu Tips: क्या टॉयलेट और बाथरूम एक साथ बनाने से आती है नकारात्मक ऊर्जा?

Vastu Tips: वास्तु के अनुसार जब भी हम नया घर बनाते हैं तो उसमें हर चीज वास्तु के नियमों के मुताबिक रखते हैं तो हमेशा खुशियां बनी रहती हैं। ऐसे में अगर हम किसी भी स्थान के लिए वास्तु के नियमों का पालन करें तो वहां हमेशा समृद्धि बनी रहती है।

अपने घर की खुशहाली के लिए किसी भी स्थान के लिए बनाए गए नियमों का पालन करना जरूरी माना जाता है। अगर आप अपने घर में बाथरूम बनवाते हैं तो इसके लिए कुछ नियम हैं और इसे एक खास दिशा में ही बनाने की सलाह दी जाती है।

सदियों से बाथरूम और टॉयलेट को अलग-अलग रखने की सलाह दी जाती रही है। वास्तु के अनुसार बाथरूम और टॉयलेट के लिए कुछ खास वास्तु नियम बनाए गए हैं जिनका पालन करना आपके लिए जरूरी है।

क्या शौचालय और स्नानघर एक साथ बनाया जा सकता है?

अगर हम सदियों पहले की बात करें तो घर में बाथरूम या शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं होती थी। खासकर शौचालय हमेशा घर से दूर बनाया जाता था। दरअसल इसका संबंध नकारात्मक ऊर्जा से था।

ऐसी मान्यता थी कि अगर आप अपने घर के अंदर शौचालय बनवाएंगे तो आपके घर की सकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाएगी। वास्तु के अनुसार घर में गलत जगह पर बना शौचालय भी नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता है और घर में परेशानियां पैदा करने लगता है। अगर आज के समय की बात करें तो लगभग हर घर में बाथरूम और टॉयलेट होता है, लेकिन वास्तु आज भी बाथरूम और टॉयलेट को एक साथ न बनाने की सलाह देता है।

अगर बाथरूम गलत जगह पर हो तो क्या होगा?

आपको हमेशा सलाह दी जाती है कि घर में बाथरूम और टॉयलेट के वास्तु पर ध्यान दें। घर में बाथरूम और शौचालय को ऊर्जा का प्रमुख स्रोत माना जाता है और यदि वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों का पालन नहीं किया जाए तो यह ऊर्जा बहुत आसानी से नकारात्मक ऊर्जा में बदल सकती है।

बाथरूम और शौचालय की सही दिशा

वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम और टॉयलेट हमेशा एक-दूसरे से अलग होने चाहिए, लेकिन आजकल कई कारणों से बाथरूम और टॉयलेट दो अलग-अलग होना संभव नहीं है, इसलिए किसी भी वास्तु दोष से बचने के लिए आप कुछ खास वास्तु उपाय आजमा सकते हैं।

ध्यान रखें कि अगर आपके घर में अटैच्ड बाथरूम और टॉयलेट हैं तो कोशिश करें कि उनकी दिशा वास्तु के अनुसार ही होनी चाहिए। अच्छी दिशा घर का उत्तर-पूर्व भाग को माना जाता है। घर का दक्षिण-पश्चिम भाग भी इसके लिए अच्छा होता है। आपको दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्नानघर और शौचालय बनाने से बचना चाहिए।

कहा जाता है कि अगर बाथरूम के साथ टॉयलेट लगा हुआ है तो टॉयलेट हमेशा जमीन से एक से दो फीट ऊपर ही बनवाना चाहिए।

अगर घर में बाथरूम और टॉयलेट अटैच हो तो क्या होता है?

वास्तु की मानें तो अटैच्ड बाथरूम और टॉयलेट होने से आपके घर में कई परेशानियां आ सकती हैं। ऐसे बाथरूम आपकी सेहत पर बुरा असर डालते हैं और आपकी आर्थिक स्थिति भी खराब कर सकते हैं।

इतना ही नहीं बल्कि वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम और टॉयलेट एक साथ जुड़े हुए नहीं होने चाहिए और बाथरूम किसी भी कमरे के अंदर नहीं होना चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

अगर घर में अटैच्ड बाथरूम और टॉयलेट हो तो क्या करना चाहिए?

अगर आपके घर में बाथरूम और टॉयलेट अटैच है तो आपको बाथरूम और टॉयलेट के बीच हमेशा एक मोटा पर्दा रखना होगा।
ऐसे बाथरूम में कभी भी पानी जमा नहीं होना चाहिए और टॉयलेट को हमेशा साफ रखना चाहिए।
अगर आपके घर में बाथरूम और टॉयलेट एक साथ हैं तो बाथरूम का दरवाजा कभी भी दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए। यदि बाथरूम की व्यवस्था ऐसी है कि दो दरवाजे हैं तो इस दिशा की ओर वाले दरवाजे को हमेशा बंद रखें।
अगर बाथरूम और टॉयलेट एक साथ हैं तो ध्यान रखें कि वहां हमेशा अच्छी रोशनी और एग्जॉस्ट की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए।
अगर आप बाथरूम के लिए यहां बताई गई बातों का ध्यान रखेंगे तो आपके जीवन में हमेशा खुशियां बनी रहेंगी।

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