- विज्ञापन -
Home Big News “वो आए, आंखों में मिर्ची डाली और 8 लाख ले गए” –...

“वो आए, आंखों में मिर्ची डाली और 8 लाख ले गए” – आंखों देखी कहानी

Ghaziabad

Ghaziabad Loot: गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र में रविवार, 15 जून 2025 को हुई एक हैरान कर देने वाली लूट की वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया। एक निजी कंपनी के मुनीम से नकाबपोश बदमाशों ने मिर्ची पाउडर डालकर ₹8.15 लाख की नकदी छीन ली और फरार हो गए। यह वारदात नेहरू नगर ओवरब्रिज के नीचे दिनदहाड़े उस वक्त हुई, जब पीड़ित रकम लेकर कहीं जा रहा था। शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर इस घटना ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।

कैसे हुआ हमला? पूरी प्लानिंग के साथ आए थे बदमाश

- विज्ञापन -

सूत्रों के अनुसार, पीड़ित मुनीम कंपनी का कैश लेकर निकला ही था कि नेहरू नगर ओवरब्रिज के नीचे अचानक एक काली पल्सर बाइक पर सवार तीन युवक उसे घेर लेते हैं। बदमाशों ने पहले उसकी आंखों में मिर्ची पाउडर फेंका जिससे वह कुछ भी देख नहीं सका, फिर उसका बैग छीनकर मौके से फरार हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आरोपियों ने अपने चेहरे हेलमेट और कपड़े से ढक रखे थे, जिससे उनकी पहचान कर पाना मुश्किल हो गया।

पुलिस की सक्रियता, लेकिन सुराग अब भी नदारद

जैसे ही मामले की सूचना मिली, कविनगर पुलिस हरकत में आई और घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की। आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है और बदमाशों की तलाश में विशेष टीमें गठित की गई हैं। थाना प्रभारी ने आशंका जताई है कि लुटेरों को मुनीम के पास मौजूद भारी नकदी की पहले से जानकारी थी। यह एक सुनियोजित और पूर्व-निर्धारित साजिश हो सकती है, जिसमें किसी अंदरूनी व्यक्ति की भूमिका भी सामने आ सकती है।

इलाके में दहशत, सुरक्षा को लेकर उठे सवाल

घटना के बाद नेहरू नगर और आसपास के क्षेत्रों में डर का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ओवरब्रिज के नीचे अक्सर संदिग्ध गतिविधियां होती रहती हैं, लेकिन पुलिस की मौजूदगी न के बराबर है। व्यापारियों ने पहले भी कई बार शिकायतें की थीं कि इस क्षेत्र में गश्त नहीं होती। इस लूट ने उनकी चिंताओं को और भी बढ़ा दिया है। लोगों ने पुलिस प्रशासन से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम और क्षेत्र में नियमित गश्त की मांग की है।

पहले भी दोहराए गए ऐसे अपराध, पैटर्न बन चुका है साफ

Ghaziabad ही नहीं, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इस तरह की लूटपाट की घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी हैं। खासकर पल्सर बाइक, नकाबपोश चेहरे, हथियार या मिर्ची पाउडर का इस्तेमाल – यह एक निश्चित अपराध शैली बन चुकी है। हाल ही में मुजफ्फरनगर में भी एक फाइनेंस कर्मी से ₹42,000 की लूट इसी तरह की रणनीति से की गई थी। यह स्पष्ट संकेत देता है कि अपराधी एक तयशुदा योजना के तहत वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।

पुलिस के लिए बड़ी चुनौती, जनता को चाहिए भरोसा

यह मामला Ghaziabad पुलिस के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। एक तरफ बदमाशों ने पूरी तैयारी और सूझबूझ के साथ वारदात को अंजाम दिया, वहीं दूसरी ओर पुलिस को अब सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयानों पर ही भरोसा करना पड़ रहा है। बड़ी रकम की जानकारी पहले से कैसे लीक हुई – यह सवाल भी पुलिस की जांच का अहम हिस्सा बन गया है। जब तक अपराधी गिरफ्त में नहीं आते, तब तक लोगों में डर बना रहेगा।

समय रहते कदम जरूरी

Ghaziabad में बढ़ते अपराधों और लचर सुरक्षा व्यवस्था ने एक बार फिर सवालों की झड़ी लगा दी है। यदि समय रहते इस लूटपाट के पीछे के चेहरे सामने नहीं आए, तो यह वारदातें रुकने की बजाय और बढ़ सकती हैं। स्थानीय लोगों से पुलिस ने अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दें। वहीं, पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और क्षेत्र की सुरक्षा को फिर से बहाल किया जाएगा।

- विज्ञापन -
Exit mobile version