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गाजियाबाद में AQI 300 के आंकड़े को किया पार, डॉ. बीपी त्यागी से समझें किन बातों का रखना चाहिए ख्याल

Ghaziabad Air Pollution
Ghaziabad Air Pollution

Ghaziabad Air Pollution: यूपी के कई शहरों की हवा अब जहरीली होती जा रही है। घर से बाहर निकलने पर खांसी और आंखों में जलन हो सकती है। ज्यादा देर तक बाहर हवा में रहने पर सांस संबंधी दिक्कतें भी बढ़ सकती हैं। क्योंकि हवा में सूक्ष्म कणों की संख्या काफी बढ़ गई है। यूपी की राजधानी लखनऊ के अलावा दिल्ली-NCR से सटे शहरों जैसे मेरठ, गाजियाबाद और नोएडा में भी हालात खराब हो रहे हैं। शुक्रवार सुबह 8 बजे गाजियाबाद के लोनी इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 258 पाया गया। नोएडा के सेक्टर 1 में 210 AQI रहा।

प्रदूषण में इन बातों का रखें विशेष ख्याल

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लखनऊ के औद्योगिक क्षेत्र तालकटोरा में 128 AQI पाया गया है और अब रेड जोन में पहुंच चुका है जो कि वह ज्यादा खतरनाक है ऐसे में इस प्रदूषण से बचने के लिए किन-किन बातों का ख्याल रखना है, तो चलिए जानते हैं इसको लेकर क्या बताते हैं डॉक्टर बीपी त्यागी।

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गाजियाबाद के डॉक्टर बीपी त्यागी ने News1 इंडिया से बात करते हुए बताया कि, यह पाल्यूशन से बहुत ही ज्यादा खतरनाक है इस समय सिरगेट के धुएं भी ज्यादा नुकसान कर सकता है। फेफड़े के लिए यह काफी नुकासन है साथ ही इससे ब्रेन अटैक भी आ सकता है। बच्चों को और वृद्धों को मास्क पहनना चाहिए और मास्क कपड़े का होना चाहिए और घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। बहुत जरुरी हो तभी जाएं, पानी में नींबू का इस्तेमाल करें।

कितना AQI हो सकता है खतरनाक? 

बता दें कि, AQI के पैमाने पर 101 से 200 को अच्छी स्थिति नहीं माना जाता है। ऐसे माहौल में फेफड़े, दिल और अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है अगर AQI 401 से 500 के बीच है तो स्वस्थ व्यक्ति भी इससे प्रभावित हो सकता है। जो लोग पहले से बीमार हैं, उन्हें इसका ज़्यादा ख़तरा है। वहीं अगर AQI 51 से 100 के बीच है तो इसे ठीक माना जाता है और अगर AQI शून्य से 50 के बीच है तो इसे अच्छी स्थिति माना जाता है।

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