Gonda encounter: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में सोमवार देर रात एक बड़े पुलिस ऑपरेशन के दौरान कुख्यात अपराधी सोनू पासी उर्फ भुर्रे को मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। भुर्रे के खिलाफ हत्या, लूट, चोरी और आर्म्स एक्ट जैसी गंभीर धाराओं में कुल 48 मुकदमे दर्ज थे। वह न सिर्फ गोंडा बल्कि अन्य जिलों की पुलिस के लिए भी लंबे समय से वांछित था। अप्रैल में गोंडा में हुई एक हत्या के मामले में वह मुख्य आरोपी था। उसकी गिरफ्तारी पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था।
सोमवार की रात उमरी बेगमगंज थाना क्षेत्र में पुलिस को सोनू पासी की लोकेशन की जानकारी मिली थी। इस इनपुट पर एसओजी, उमरीबेगमगंज और खोड़ारे थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने सोनौली इलाके में घेराबंदी की। पुलिस टीम को देख कर भुर्रे ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे उमरीबेगमगंज के थानाध्यक्ष की बुलेट प्रूफ जैकेट पर गोली जा लगी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से भुर्रे घायल हो गया और बाद में अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। मौके से एक अवैध पिस्टल, तमंचा और बिना नंबर की बाइक बरामद की गई।
पुलिस अधीक्षक Gonda विनीत जायसवाल ने बताया कि 24 अप्रैल की रात डिक्सिर गांव निवासी देवीदीन के घर कुछ बदमाश चोरी की नीयत से घुसे थे। जब देवीदीन ने विरोध किया तो उसे गोली मार दी गई। गंभीर रूप से घायल अवस्था में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद से ही भुर्रे पुलिस की रडार पर था।
इस हत्या में शामिल अन्य तीन आरोपियों—बृजेश उर्फ छोटू पासी, पल्लू पासी और नानमुन्ना लोध—को पुलिस पहले ही मुठभेड़ में गिरफ्तार कर चुकी थी। लेकिन भुर्रे फरार था और उसे पकड़ने के लिए लगातार पुलिस की कई टीमें सक्रिय थीं।
भुर्रे की क्राइम हिस्ट्री बेहद डरावनी रही है। उसने कई जिलों में गंभीर वारदातों को अंजाम दिया था। गोंडा में उसकी गतिविधियों से ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल बना हुआ था। एनकाउंटर में उसकी मौत को पुलिस ने बड़ी सफलता बताया है। अधिकारियों का मानना है कि इससे इलाके में अपराधियों के हौसले पस्त होंगे और कानून-व्यवस्था को मजबूती मिलेगी। Gonda पुलिस अब भुर्रे से जुड़े अन्य मामलों की भी दोबारा जांच कर रही है।