Sony-ZEE Merger: सोनी पिक्चर्स नेटवर्क (Sony Pictures Network) के साथ करीब 10 अरब डॉलर रूपए की सौदा रद्द होने से कुछ समय पहले देश के जाने-माने उद्योगपति और जी ग्रुप के संस्थापक सुभाष चंद्रा (Subhas Chandra) ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण (Nirmala Sitharaman) को पत्र लिखा। जिसमे उन्होंने बाजार नियामक संस्था सेबी (SEBI) पर जानबूझकर इस सौदे को विफल करने का आरोप लगाया।
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क ने विलय रद्द करने का बताया यह कारण
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क ने जी-ग्रुप (ZEE Group) की मीडिया कंपनी जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइज के साथ विलय के सौदे को खत्म करने की घोषणा की। वहीं सोनी पिक्चर्स का कहना है कि विलय समझौते के तय समय सीमा के अंतर्गत पूरा ना होने के चलते इसे रद्द किया गया है।
बता दें कि दोनों कंपनियों के बीच विलाय समझौता दिसंबर 2021 में हुआ था, जिसे अगले 2 वर्षों के भीतर पूरा करना था किंतु निर्धारित समय से अधिक समय बीत जाने के बावजूद सोनी पिक्चर्स नेटवर्क और जी ग्रुप के बीच सहमति नहीं बन पाई।
सुभाष चंद्रा ने की निवेशकों के हित की बात
वहीं सुभाष चंद्रा द्वारा लिखे इस पत्र में उन्होंने बताया कि सेबी इस विलय में पूर्व निर्धारित सोच के साथ काम कर रही है और जी ग्रुप से जुड़े शेयरधारकों के हितों का ख्याल रखने के लिए अनुरोध भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से किया।
पत्र में उन्होंने आगे कहा कि जी ग्रुप की सभी कंपनी और इससे जुड़े लोग कंपनी का पैसा किसी अन्य जगह भेजने के मामले में पूर्ण रूप से सहयोग कर रहे हैं। साथ ही सुभाष चंद्र ने कंपनी के पूर्व निदेशकों और अधिकारियों पर नया नोटिस भेजे जाने पर अपनी चिंता जगजाहिर की।
इस विलय में सेबी की भूमिका पर सवाल खड़े हुए कहा मुझे विश्वास है कि इस समय कंपनी के पूर्व निदेशकों को नया नोटिस भेजना और मीडिया चैनलों और अखबारों में इस मामले को सनसनीखेज बनाने की कवायद की जा रही है।
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