Kanpur : यूपी के कानपुर काकादेव में नाबालिग छात्र को उधार लिए रुपये वापस न कर पाने पर अमानवीय यातनाएं देने के मामले में मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए गए हैं। पीड़ित छात्र ने कहा कि यातनाएं सहते सहते जब वह बेहोश (Kanpur Student Pitai) हो गया तो आरोपियों ने उसको पानी डाला और होश में लाने के बाद फिर उसे पीटते रहे।
कानपुर के काकादेव में नाबालिग से हुई बेरहमी और यातनाओं के वायरल वीडियो के मामले में पीड़ित ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए हैं। सीआरपीसी की धारा 164 के तहत दिए बयानों में पीड़ित नाबालिग ने बर्बता की पूरी कहानी सुनाई।
पुलिस जल्द दाखिल करेगी चार्जशीट
छात्र ने बताया कि आरोपियों ने उसे कई बार में इतना पीटा कि वह बेहोश हो जाता था। इसके बाद आरोपी पानी डालकर उसे होश में लाते और फिर उसे तब तक पीटते जब तक वह बेहोश न हो जाए। बयानों के दर्ज होने के बाद अब पुलिस (Kanpur Police) मामले में बचे अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही चार्जशीट की तैयारियों में जुट गई है।
मामले में मंगलवार को पुलिस ने पीड़ित के मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए। बताया कि किस तरह आरोपियों ने उसे कई दिन तक बंधक बनाकर पीटा और तरह तरह की यातनाएं दी। इसके अलावा उसके निजी अंग पर रस्सी से ईंट बांधकर लटकाने की बात की भी जानकारी दी। सूत्रों की मानें तो उसने कुकर्म के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया। पुलिस के मुताबिक छात्र ने जो तथ्य एफआईआर में दर्ज किए थे। उन्हें ही कोर्ट में बयान किया है।
फरार 5 आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटी पुलिस
छात्र में बयान ने कहा कि आरोपियों ने उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी। जो वीडियो बनाया उसे वायरल करने की धमकी दी और फिर वायरल भी कर दिया। पांच मई को सोशल मीडिया पर वायरल हुए सात वीडियो के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर तन्मय चौरसिया, अभिषेक कुमार वर्मा, योगेश विश्वकर्मा, संजीव कुमार यादव, हरगोविंद उर्फ केशव तिवारी और शिवा त्रिपाठी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं, पांच आरोपी अभी भी फरार हैं।
आरोपियों के करीबियों पर पुलिस की निगाह
मामले में फरार पांच आरोपियों के मोबाइल स्विच ऑफ जा रहे हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो नंबर ऐसे मिले हैं जिनके जरिये आरोपी मददगारों से संपर्क में हैं। करीबियों पर नजर रखी जा रही है और पुलिस की चार टीमों को फरार आरोपियों के इटावा व अन्य संभावित ठिकानों पर रवाना किया गया है।
छात्र ने अपने बयान दर्ज करा दिए हैं। एफआईआर में दी गई जानकारी को उसने मजिस्ट्रेट के सामने दोहराया है। कुकर्म की बात नहीं कही है। आरोपियों की तलाश जारी है। विवेचना में जो भी तथ्य आएंगे, उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
-आरएस गौतम, डीसीपी सेंट्रल कानपुर कमिश्नरेट