Amritsar Travel Places: अगर आप भी रखते हैं घूमने का बेहद शौक तो ऐसे में आपने पंजाब की खूबसूरती नहीं देखी तो क्या देखा पंजाब में घूमने के लिए बेहद खूबसूरत जगह है जहां पर्यटक घूमने भी आते हैं यहां की खूबसूरती देख पर्यटक आकर्षित होते हैं यहां की प्राकृतिक सुंदरता धार्मिक और आध्यात्मिक जग है लाजवाब है पंजाब के खेतों की बात करें तो लहराते खेत आपके मन को मोह लेंगे वहीं खेतों में ट्यूबवेल से गिरता हुआ पानी स्वर्ण मंदिर की झलक दिखाता है। इतना ही नहीं पंजाब में इसके अलावा भी देखने के लिए बहुत सी चीजें हैं पंजाब के शहर अमृतसर Amritsar Travel Places में आपको सराबोर वाघा बॉर्डर जालियांवाला बाग अकाल तख्त जैसी जगह घूमने के लिए फेमस है आप 2 दिन के ट्रिप में पूरा अमृतसर देख सकते हैं।
अगर आप पंजाब के अमृतसर में घूमने जा रहे हैं तो पहले दिन आप स्वर्ण मंदिर से शुरुआत कर सकते हैं स्वर्ण मंदिर का इतिहास वैसे तो कौन नहीं जानता लेकिन 400 साल पुराना यह स्वर्ण मंदिर दो मंजिला है जो कि असली सोने से बना हुआ है स्वर्ण मंदिर गहरी झील के बीचो बीच बना हुआ है इस मंदिर में आकर आपको मन की शांति मिलेगी तो घूमने में भी बहुत मजा आएगा अधिकतर पर्यटक यहां स्वर्ण मंदिर घूमने आते हैं।
अकाल तख्त दुगियाना मंदिर
अमृतसर में स्वर्ण मंदिर घूमने के बाद आप अकाल तख्त और दुर्गियाना मंदिर भी घूम सकते हैं यह आप पूरा 1 दिन घूमने के बाद अगले दिन वाघा बॉर्डर के लिए भी रवाना हो सकते हैं जो कि यहां से काफी नजदीक है आपको बता दें कि दुर्गियाना मंदिर पाकिस्तान की मुख्य भूमि से पहले जो अंतिम भारतीय क्षेत्र है वैसी मावा वाघा बॉर्डर की है इतना ही नहीं इस मंदिर में आपको और भी रोचक बातें जाने को मिलेंगी जो भारत और पाकिस्तान की सीमा से जुड़ी हुई है।
अमृतसर में दूसरा दिन
पहले दिन में आपने कई जगह है घूमने लेकिन दूसरे दिन को कुछ इस तरह खास बनाएं आप अमृतसर में यदि किसी खास पर्व के मौके पर आते हैं तो वाघा बॉर्डर पर पर्व का महापौर विशेष आयोजन देखने को मिलेगा वहीं भारतीय सीमा सुरक्षा बल और पाकिस्तान ने देश के सैनिक यहां मार्च करते हुए नजर आते हैं यहां पर सीमा शुल्क बिल्कुल नहीं लगता है यह सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक खुला रहता है इस बीच काफी पर्यटक घूमने आते हैं।
वाघा बॉर्डर और जलियांवाला बाग
वाघा बॉर्डर घूमने के बाद आप जालियांवाला बाग घूम सकते हैं इस जगह का इतिहास कौन नहीं जानता जहां भारत की गुलामी के दौर में अंग्रेजी हुकूमत के हत्थे चढ़े देशवासियों पर गोलियां चलाई गई थी जालियांवाला बाग में जाते ही यही यादें आज भी ताजा होती हैं दीवारों में लगे खून के जरिए आज भी उस दृश्य को नहीं भुलाया जा सकता। जहां कई भारतीयों के खून किए गए इसके बाद आप गोविंदगढ़ कोर्ट भी घूम सकते हैं।