Arun Rajbhar News: यूपी की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो गया है। सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर के बेटे Arun Rajbhar ने बलिया में एक विवादित बयान देकर सरकार और प्रशासन को खुली चेतावनी दी है। बांसडीह तहसील में पार्टी के नेता उमापति राजभर की पुलिस द्वारा कथित पिटाई से गुस्साए अरुण राजभर ने कहा, “पीले गमछे से जिनको दिक्कत है, उनकी आंखें निकाल लेंगे।” उन्होंने सरकार से समर्थन वापस लेने तक की बात कह दी।
- विज्ञापन -यूपी में बीजेपी की सत्ता में साझेदार सुभासभा के अरूण राजभर बीजेपी सरकार और सिस्टम पर फायर हो गए है-
"कार्यकर्ता पर आंच आयी तो #बलिया के किसी भी थाने में दारोगा बैठने लायक नही रहेगे. पीले गमछे से जिनकी आंखों को तकलीफ है, हम उनकी आंखें निकाल लेगे"
"यूपी सरकार के मुखिया (सीएम… pic.twitter.com/Sd0DeVGf0v
— Narendra Pratap (@hindipatrakar) March 6, 2025
बयान से बढ़ा बवाल, प्रशासन को अल्टीमेटम
Arun Rajbhar ने कहा कि उनके कार्यकर्ताओं का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर दोषी स्टेनो के खिलाफ शाम तक कार्रवाई नहीं हुई, तो उनके पिता और कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर खुद थाने का घेराव करेंगे। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अगर कार्यकर्ताओं को न्याय नहीं मिला, तो वे सत्ता में बने रहने पर भी पुनर्विचार करेंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर कहते हैं कि पीला गमछा पहनकर कहीं चले जाओ, अफ़सर कुर्सी छोड़कर खड़ा हो जाएगा और काम करेगा।
बलिया में SBSP के विधानसभा प्रभारी को थाने में पुलिस ने बाथरूम में बंद कर पट्टों से मारा।@oprajbhar कहाँ हैं ? pic.twitter.com/dhqVlCjply
— Pawan Bhai Gupta (@PawanKGupta01) March 5, 2025
कैसे शुरू हुआ विवाद?
घटना बलिया के बांसडीह तहसील की है, जहां सुभासपा के बांसडीह विधानसभा प्रभारी उमापति राजभर की गाड़ी को एसडीएम के स्टेनो की गाड़ी ने टक्कर मार दी। जब उन्होंने विरोध किया, तो स्टेनो ने पुलिस बुलाकर उन्हें थाने में पिटवा दिया। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त आक्रोश फैल गया।
#बलिया
सुभासपा कार्यकर्ता के साथ बांसडीह कोतवाली के उपनिरीक्षक द्वारा मारपीट की घटना में अरविंद राजभर के तेवर के सामने पुलिस हुई पस्त ।आनन फानन में थाना बांसडीह कोतवाली जनपद बलिया पर नियुक्त उ0नि0 रंजीत विश्वकर्मा व आ0 शैलेश कुमार को सुभासपा नेता उमापति राजभर के साथ… pic.twitter.com/DSRFeFJX0k
— राजू गुप्ता (@8E31kYZlXjGW2Oy) March 5, 2025
दारोगा निलंबित, लेकिन सुभासपा की जिद जारी
आजमगढ़ रेंज के डीआईजी सुनील कुमार ने दोषी दारोगा और पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया, लेकिन सुभासपा के नेता स्टेनो दीपक कुमार पर भी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर प्रशासन ने उचित कदम नहीं उठाए, तो 7 मार्च को तहसील का घेराव किया जाएगा।
इस पूरे विवाद के बाद यूपी की सियासत गरमा गई है और अब देखना होगा कि योगी सरकार इस मामले पर क्या फैसला लेती है।