Greater Noida industrial township: ग्रेटर नोएडा के इंडस्ट्रियल टाउनशिप में पांच और कंपनियों को हाल ही में भूखंड आवंटित किए गए हैं। जनवरी से अब तक इस क्षेत्र में निवेश की गति में तेजी आई है। इन कंपनियों का प्रस्तावित निवेश लगभग 10 हजार करोड़ रुपये का है, जिससे 25 हजार से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इन कंपनियों में कोरियाई कंपनी जीकेएस डिजिटल सहित 29 कंपनियां शामिल हैं, जिन्होंने यहां निवेश किया है। यह निवेश क्षेत्र की औद्योगिक स्थिति को सशक्त कर सकता है, और ग्रेटर नोएडा की आर्थिक वृद्धि को नई दिशा दे सकता है।
निवेश और रोजगार के अवसरों का विस्तार
इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप (IITGNL) के तहत स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप का विकास किया जा रहा है, जिसमें अब तक 29 कंपनियों को भूखंड आवंटित किए जा चुके हैं। इस टाउनशिप में कुल 42 भूखंड हैं, जिनमें से 29 आवंटित हो चुके हैं और बाकी के 13 भूखंड कुछ महीनों में आवंटित किए जाएंगे। हाल ही में, जीकेएस डिजिटल, सोनालिका इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स, नोवामैक्स इंडस्ट्रीज, एएनडी हाईटेक इंडस्ट्रीज और श्रीजी डीएलएम जैसी कंपनियों को यहां भूखंड मिले हैं।
विदेशी निवेश और उद्योगों का विस्तार
ग्रेटर नोएडा के इस इंडस्ट्रियल टाउनशिप में विदेशी निवेश भी बढ़ रहा है। हायर इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी चार विदेशी कंपनियों ने यहां उत्पादन शुरू कर दिया है, जबकि 13 अन्य कंपनियां इस साल के अंत तक अपना कार्य प्रारंभ करने की योजना बना रही हैं। सोनालिका, जो कृषि उपकरणों का निर्माण करती है, इस टाउनशिप में अनुसंधान और विकास केंद्र स्थापित करेगी, जहां कृषि से संबंधित ई-वाहन और उपकरणों के विकास पर काम किया जाएगा।
रोजगार के नए अवसर और क्षेत्र का विकास
Greater Noida अथॉरिटी की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि इस टाउनशिप में बड़ी कंपनियों को आकर्षित करने का उद्देश्य निवेश को बढ़ावा देना और रोजगार के नए अवसरों की सृजन करना है। यहां उद्योगों के लिए आधुनिक सुविधाएं दी जा रही हैं, और अगले कुछ महीनों में और कंपनियों का निवेश आकर्षित होने की संभावना है। इससे न केवल ग्रेटर नोएडा के आर्थिक विकास को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।