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Ghaziabad में विकास का नया खाका: जोन अब बनेंगे सेक्टर, GDA की नई पहल से बदलेगा शहर का नक्शा

Ghaziabad

Ghaziabad Master Plan: Ghaziabad विकास प्राधिकरण (GDA) शहर के विकास को और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक नई योजना पर काम कर रहा है। इसके तहत अब जोन प्रणाली को सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा ताकि शहरी क्षेत्रों में बेहतर निगरानी, सेवा वितरण और पारदर्शिता लाई जा सके। इस योजना की शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जोन-1 से की जा रही है।

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जोन-1 में राजनगर एक्सटेंशन, नंदग्राम और आसपास के गांव आते हैं। इन इलाकों को चार सेक्टरों में बांटा जाएगा, जिससे प्रत्येक सेक्टर में विशेष रूप से टीमें तैनात की जा सकेंगी। इसका मुख्य उद्देश्य अवैध निर्माणों पर नियंत्रण, साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट की मरम्मत, और कूड़ा निस्तारण जैसी मूलभूत सुविधाओं को सुनिश्चित करना है।

GDA के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने जानकारी दी कि इस योजना से विकास कार्यों में जवाबदेही बढ़ेगी और प्रत्येक टीम को अपने क्षेत्र में नियमित निगरानी और रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके तहत हर सेक्टर में एक सुपरवाइजर तैनात किया जाएगा जो प्रतिदिन निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करेगा। ये रिपोर्टें जूनियर इंजीनियर और असिस्टेंट इंजीनियर समीक्षा करेंगे, जबकि वरिष्ठ अधिकारी औचक निरीक्षण कर जमीनी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे।

इस पहल से न सिर्फ क्षेत्रीय सेवाएं समय पर मिलेंगी, बल्कि अवैध निर्माण की पहचान भी सरलता से की जा सकेगी और त्वरित कार्रवाई संभव हो सकेगी। प्रत्येक सेक्टर की सुविधाओं की निगरानी और सुधार की व्यवस्था सुनियोजित रूप से की जाएगी, जिससे शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बेहतर जीवनशैली मिल सकेगी।

GDA का मानना है कि अगर जोन-1 में यह पायलट प्रोजेक्ट सफल होता है, तो इसे पूरे शहर के आठों जोनों में लागू किया जाएगा। इससे गाजियाबाद के शहरी विकास की दिशा में एक मजबूत नींव रखी जाएगी और शहर को योजनाबद्ध ढंग से विकसित करने में सहायता मिलेगी।

अतुल वत्स ने बताया कि यह प्रयोग न केवल Ghaziabad के लिए बल्कि अन्य शहरों के लिए भी एक मॉडल बन सकता है। यह व्यवस्था गाजियाबाद को एक आधुनिक, पारदर्शी और सुव्यवस्थित नगरी में बदलने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल के रूप में देखी जा रही है, जो आने वाले वर्षों में शहर के कायाकल्प का आधार बन सकती है।

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