Milkipur by-election: उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। यहां 5 फरवरी, 2025 को मतदान होगा और 8 फरवरी को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे। यह सीट समाजवादी पार्टी के नेता अवधेश प्रसाद के सांसद चुने जाने के कारण रिक्त हुई थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद ने फैजाबाद सीट से जीत हासिल की थी, जिससे यह विधानसभा सीट खाली हो गई। बीजेपी के लिए यह उपचुनाव एक अहम अवसर है, क्योंकि इस चुनाव को प्रतिष्ठा से जोड़ा जा रहा है।
2022 में हुए विधानसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद ने मिल्कीपुर सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की थी। लेकिन लोकसभा चुनाव में उनकी जीत के बाद उन्होंने 13 जून, 2024 को विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे को छह महीने पूरे होने के बाद इस सीट पर उपचुनाव की आवश्यकता उत्पन्न हुई। अब इस सीट पर होने वाले चुनाव को लेकर सभी पार्टियां सक्रिय हो गई हैं।
बीजेपी के लिए यह Milkipur उपचुनाव चुनौतीपूर्ण है क्योंकि वह इस सीट को अपने पक्ष में करने के लिए पूरा जोर लगा रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा ने यूपी की 80 सीटों में से 37 पर जीत हासिल की थी, लेकिन नवंबर में हुए उपचुनाव में पार्टी को सिर्फ दो सीटों पर जीत मिली थी। ऐसे में बीजेपी अब इस सीट को जीतने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
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चुनाव आयोग ने पहले महाराष्ट्र और झारखंड में उपचुनावों की तारीखों की घोषणा की थी, लेकिन Milkipur की तारीखें घोषणा से बाहर थीं। इसकी वजह मिल्कीपुर के पूर्व बीजेपी विधायक बाबा गोरखनाथ द्वारा दायर चुनाव याचिका थी। गोरखनाथ ने 2022 में अवधेश प्रसाद के चुनाव को उनके नामांकन में विसंगतियों का हवाला देते हुए चुनौती दी थी। बाद में गोरखनाथ ने अपनी याचिका वापस लेने की मांग की, जिसके बाद चुनाव आयोग ने तारीखों की घोषणा की। अब उपचुनाव के लिए तारीखें तय हो गई हैं और मतदान की प्रक्रिया पूरी तरह से निर्धारित हो चुकी है।