Banke Bihari Corridor: उत्तर प्रदेश के मथुरा में श्री बांके बिहारी मंदिर के लिए एक बड़ा विकास कार्य शुरू होने जा रहा है। योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंदिर के आसपास कॉरिडोर का निर्माण करने का फैसला लिया है, जिससे श्रद्धालुओं को दर्शन में आसानी हो सके और भीड़ प्रबंधन बेहतर हो। इस योजना के तहत यह काम लोक निर्माण विभाग (PWD) के ज़रिए पूरा कराया जाएगा। राज्य सरकार ने इस संबंध में आवश्यक अधिसूचना पहले ही जारी कर दी है और अब कॉरिडोर निर्माण के लिए एजेंसी के चयन के बाद काम में तेजी आने की उम्मीद है।
राज्य सरकार के प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने धर्मार्थ कार्य निदेशालय के निदेशक को एक पत्र जारी किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि श्री बांके बिहारी मंदिर एक प्राचीन और विश्वप्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। सालभर यहाँ श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहता है, और विशेष त्योहारों और आयोजनों पर भीड़ इतनी बढ़ जाती है कि दर्शन में लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस स्थिति को देखते हुए मंदिर के चारों ओर एक व्यवस्थित और सुव्यवस्थित कॉरिडोर बनाने का निर्णय लिया गया है ताकि श्रद्धालुओं की सुविधा सुनिश्चित की जा सके।
इस Banke Bihari Corridor का निर्माण लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत से होगा। इसमें दर्शन मार्ग के साथ-साथ पार्किंग और वेटिंग एरिया जैसी सुविधाएं भी शामिल होंगी, जिससे श्रद्धालुओं को आरामदायक अनुभव मिलेगा। कॉरिडोर के निर्माण के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण का काम जल्द ही शुरू होगा। इस क्षेत्र में आने वाले मकानों की पहचान कर ली गई है और संबंधित मकान मालिकों को उचित मुआवजा देने की प्रक्रिया भी पूरी की जाएगी।
इसके साथ ही सरकार ने बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधन के लिए एक न्यास के गठन की घोषणा की है। इस न्यास में कुल 18 सदस्य होंगे, जिनमें से 11 सदस्य नामांकित होंगे और 7 पदेन। नामांकित सदस्यों में वैष्णव परंपराओं से जुड़े तीन प्रतिष्ठित संत, मठाधीश, आचार्य, महंत, विद्वान, गुरु और स्वामी शामिल होंगे। पदेन सदस्यों में प्रशासनिक और अन्य पदों के प्रतिनिधि रहेंगे, जिससे न्यास का प्रबंधन सुचारू और पारदर्शी रूप से हो सके।
Banke Bihari Corridor निर्माण और न्यास गठन को लेकर मथुरा के परिक्रमा मार्ग स्थित चैतन्य कुटी आश्रम में संतों की एक बैठक भी हुई। चारों प्रमुख वैष्णव संप्रदायों के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत लाडली दास की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में संतों ने कहा कि कॉरिडोर को लेकर जो भी अफवाहें चल रही हैं, उन पर ध्यान न दिया जाए। उन्होंने स्थानीय दुकानदारों और गोस्वामी परिवारों के हितों की सुरक्षा की बात भी उठाई। संतों ने सरकार से उम्मीद जताई कि सभी पक्षों के हितों को ध्यान में रखकर ही इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जाएगा।
इस पहल से मथुरा में धार्मिक पर्यटन को नया impulso मिलेगा और श्री बांके बिहारी मंदिर के दर्शन के अनुभव को और बेहतर बनाया जाएगा।