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Friday, August 29, 2025
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Petrol vs Diesel Car: कौन सी पेट्रोल व डीज़ल कार है आपके लिए बेस्ट? जानिए 5 पाॅइंट में दोनों की खूबियां

Petrol vs Diesel Car: पिछले कुछ महीने पहले पेट्रोल और डीजल कि कीमतों में बढ़ोत्तरी देखी गयी थी जिस कारण पेट्रोल और डीजल के वाहन महंगे हो गए थे। अब अगर आप वाहन खरीदने की सोच रहे हैं तो उम्मीद करते हैं कि आपका वाहन माइलेज में बढ़िया हो। अगर आप भी ज्यादा माइलेज वाली गाड़ी खरीदना चाहते हैं आपके लिए सबसे अच्छा ऑप्शन है डीजल वेरिएंट गाड़ी (Diesel variant vehicle)। अक्सर जो लोग ज्यादा माइलेज देने वाली कार पसंद करते हैं उनकी पहली चॉइस डीजल वेरिएंट कार होती है। अगर आप भी इस कन्फ्यूजन में है कि आपको माइलेज के हिसाब से आपके लिए कौन-सी कार बेहतर होगी तो आज हम आपको दोनों वेरिएंट कार के बारे में बताते हैं जिससे आपके लिए भी ये जानना संभव हो जायेगा कि आपको डीजल कार लेनी है या पेट्रोल। 

1-कार की कीमत
हमारे मन जब भी कार खरीदने का ख्याल आता है तो सबसे पहले एक बजट भी हमारे दिमाग में आता है कि हमें कितनी कीमत तक कार लेनी है। यदि आप डीजल वेरिएंट कार पसंद करते है तो ये आपके बजट में आ जाएगी जबकि पेट्रोल वेरिएंट कि कीमत डीजल के मुकाबले कम से कम एक लाख रुपये ज्यादा होती है। 

2-कार की माइलेज
अब आप कीमत तय करने बाद कार की माइलेज के बारे में सोचते है तो डीजल कार आपको पेट्रोल से ज्यादा माइलेज दे सकती है। इसके अलावा अगर आपको कार से कोई लम्बी दूरी का सफर नहीं करना है तो आपके लिए पेट्रोल कार बढ़िया है। अगर ज्यादा दूरी के लिए सफर करना है तो डीजल कार ही ज्यादा बढ़िया रहती है और माइलेज भी बहुत बढ़िया देती है।

3-मेंटेनेंस कॉस्ट 
आपको बता दें जैसे पेट्रोल और डीजल कार की कीमत अलग होती है वैसे ही इनकी मेंटेंनेस की भी कीमत अलग-अलग होती है। वहीं, पेट्रोल कार के मुकाबले डीजल कार की मेंटेंनेस ज्यादा  होती है। डीजल कार की मेंटेंनेस और सर्विस में लगभग एक हजार से दो हजार तक का खर्च आ जाता है।  

4. लाइफ साइकल
 पेट्रोल और डीजल कार में कौन सी कार की लाइफ ज्यादा होती है। पेट्रोल कार का लाइफ साइकल 15 साल और डीजल कार का लाइफ साइकल केवल 10 तक का ही होता है। दिल्ली एनसीआर में इन कार का लाइफ साइकल पूरा होने के बाद या तो इन कार को किसी दूसरे राज्य में ट्रांसफर किया जाता है या फिर इनका रजिस्ट्रेशन ही केंसिल हो जाता है। 

5-प्रदूषण
आजकल सभी वाहनों को अपना प्रदुषण सर्टिफिकेट बनवाना जरूरी होता है। आपको बता दें पेट्रोल और डीजल दोनों प्रकार की कार का प्रदूषण लेवल भी अलग-अलग होता है। पेट्रोल कार के मुकाबले डीजल कार ज्यादा प्रदूषण करती है क्योंकि इसमें से एनओ2 गैस निकलती है जो ज्यादा हानिकारक होती है।

 

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