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Thursday, October 16, 2025
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    AIMS News: जानिए एम्स को गरीब बताकर क्यों भीख मांग रहे हैं, पैरामेडिकल के छात्र

    नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के बाहर पैरामेडिकल छात्रों का छात्रावास निर्माण के लिए भीख मांगना जारी है। हाथों में एम्स गरीब है छात्रावास के लिए दान दो लिखे बाक्स लेकर एम्स के बाहर और अंदर इलाज कराने आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों से छात्र भीख मांग रहे हैं। चार दिन से लगातार यह घटनाक्रम चल रहा है। उनके बाक्स में इलाज कराने आने वाले लोग भीख के रूप में कुछ पैसे भी डाल रहे हैं। इसके साथ ही छात्रों का निदेशक कार्यालय के बाहर लगातार नौ दिन से धरना और भूख हड़ताल भी जारी है। लेकिन, अभी तक एम्स प्रशासन छात्रों से बातचीत करने और छात्रावास आवंटन के लिए कोई ठोस आश्वासन देने को तैयार नहीं है। धरने पर बैठने वाले छात्रों में प्रमुख रूप से आप्टोमेट्री के छात्र शामिल हैं। धरने के कारण आरपी सेंटर में आंखों का इलाज कराने और चश्मे की जांच कराने आए मरीजों को परेशानी हो रही है। छात्रों का आरोप है कि एम्स में छात्रावास खाली पड़े हैं लेकिन एम्स प्रशासन उन्हें पैरामेडिकल के छात्रों को देना नहीं चाहता है। एम्स प्रशासन का कहना है कि वर्ष 2020 से एमबीबीएस के डाक्टरों की संख्या बढ़ गई है इससे छात्रावास की कमी है। इसलिए पैरामेडिकल के छात्रों को छात्रावास न देने का नियम बनाया गया है। उधर शनिवार को एम्स के अकादमिक सेक्शन की ओर से धरने का नेतृत्व कर रहे आप्टोमेट्री स्टूडेंट एसोसिएशन (ओएसए) के पदाधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन पर एम्स की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और काम में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है। इन पदाधिकारियों से तीन दिन में लिखित में स्पष्टीकरण मांगा गया है। न देने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है।
     

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