Bihar Caste Census 2023: बिहार में जातिगत जनगणना की आर्थिक रिपोर्ट सामने आने के बाद हर कोई हैरान हो गया। जातिगत रिपोर्ट में सामने आया कि बिहार की एक तिहाई से ज्यादा की आबादी गरीब है। जाति गणना की रिपोर्ट पर आज बिहार विधानसभा में बहस होनी है।
दरअसल नितेश सरकार ने बिहार में जातिगत जनगणना कराई थी और इस साल अक्टूबर में इसके आंकड़े जारी किए थे। अब इस रिपोर्ट को विधानसभा में पेश किया जाएगा। इसके साथ ही जातिगत जनगणना के आर्थिक और शैक्षणिक आंकड़े भी जारी किए जा रहे हैं।
रिपोर्ट जारी होने से पहले जातिगत जनगणना के आर्थिक और शैक्षणिक आंकड़े देख हर कोई हैरान है। इन आंकड़ों के मुताबिक बिहार में केवल 7 प्रतिशत आबादी ग्रेजुएट है। वहीं आर्थिक स्थिति की बात करें तो 25.9 फीसदी परिवार गरीब है। इन परिवारों में सबसे ज्यादा गरीब भूमिहार और ब्राह्मण परिवार है। वहीं प्रदेश की करीब 34.3 प्रतिशत परिवारों की मासिक आय 6 हजार रुपए है।
बिहार में गरीबी के आंकड़े
बता दें कि बीहार में सामान्य वर्ग (General) में 25.9 फीसदी परिवार गरीब हैं। पिछड़ा वर्ग (Backward Class) के 33.16 फीसदी परिवार गरीब हैं। अत्यंत पिछड़ा वर्ग (Other Backward Class) में 33.58 फीसदी गरीब परिवार हैं। अनुसूचित जाति (Scheduled Castes) में 42.93 फीसदी गरीब परिवार हैं। अनुसूचित जनजाति (Scheduled Tribes) में 42.70 फीसदी गरीब परिवार हैं। अन्य जातियों में 23.72 फीसदी परिवार गरीब हैं।
जाति के आधार पर कितने परिवार गरीब
वहीं बिहार में जाति के आधार पर सबसे गरीब 25.32 फीसदी के साथ भूमिहार परिवार हैं। बिहार में 25.3 फीसदी ब्राह्मण परिवार गरीब हैं। 24.89 फीसदी राजपूत परिवार गरीब हैं। 13.83 फीसदी कायस्थ परिवार, पठान (खान ) परिवार 22.20 प्रतिशत और 17.61 फीसदी सैयद परिवार गरीब हैं।
बिहार के शैक्षणिक आंकड़ें
बिहार के शैक्षणिक आंकड़ें भी बेहद कम हैं। यहां की 22.67 प्रतिशत आबादी 1 से 5 कक्षा तक पढ़ी है। 14.33 फीसदी आबादी ने कक्षा 6 से 8 तक की शिक्षा हासिल की है। 14.71 फीसदी आबादी ने कक्षा 9 से 10 तक की पढ़ाई की है। 9.19 फीसदी आबादी कक्षा 11 से 12 तक पढ़ी है। वहीं प्रदेश में मात्र 7 प्रतिशत की आबादी ग्रेजुएट है।
किसकी कितनी आय?
सामान्य वर्ग के लगभग 25 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 6 हजार रुपए तक है। 23 प्रतिशत आबादी की 6 से 10 हजार, 19 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 10 से 20 हजार है। 16 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 20 से 50 हजार तक और 9 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 50 हजार से ज्यादा है।
पिछड़ा वर्ग (BC) में 33 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 6 हजार तक है। 29 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 6 से 10 हजार, 18 प्रतिशत आबादी की 10 से 20 हजार, 10 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 20 से 50 हजार और 4 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 50 हजार से ज्यादा है। इसी तरह OBC में 33 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 6 तक है, 32 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 6 से 10 हजार, 18 प्रतिशत आबादी की 10 से 20 हजार और 2 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 50 हजार से ज्यादा है।
एससी में 42 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 6 तक, 29 प्रतिशत आबादी की 6 से 10 हजार, 15 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 10 से 20 हजार है। 5 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 20 से 50 हजार है और 1 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 50 हजार से ज्यादा है। वहीं एसटी में 42 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 6 तक है, 25 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 6 से 10 हजार तक, 16 प्रतिशत आबादी की 10 से 20 हजार तक, 8 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 20 से 50 हजार है, जबकि 2.53 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 50 हजार है।