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Friday, September 19, 2025
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गैंगस्टर्स की जान है Zigana Pistol, मूसेवाला-अतीक अहमद की हत्या से संबंध, जानें इसकी खूबियां

(नोएडा डेस्क, मोहसिन खान)

Zigana Pistol: अतीक अहमद, अशरफ, सिद्धू मूसेवाला इन तीनों की जान जिगाना पिस्टबल ने ली थी। यह पिस्तौल गैंगस्टंरों की जान मानी जाती है। पाकिस्तान के रास्ते यह गैर-कानूनी तरह से भारत आती है। यह पिस्टल तुर्किये में बनती है। इस पिस्टल की खूबियां इसे माफियाओं की फेवरेट बनाती है। इससे तड़ातड़ पानी की तरह गोलियां बरसती है। हाल ही में अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर भी विदेशी गैंगस्टर के देशी गुर्गो ने जिगाना पिस्टल से ही फायरिंग की थी।

जिगाना पिस्टल ने ली थी मूसेवाला की जान

जिगाना से हुई अतीक, अशरफ और मूसेवाला की हत्याक, गैंगस्टरों की पंसदीदा पिस्टल तुर्किये की जिगाना, पाकिस्तान से नेपाल के रास्ते भारत पिस्टकल पहुंचती है। एनकांउटर में मारे गए बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर फायरिंग करने वाले विदेश गैंगस्टर रोहित गोदारा और गोल्डी बरार के देशी गुर्गो से भी जिगाना पिस्टल बरामद हुई। यानी एक बार फिर सामने आया कि जिगाना पिस्टल गैंगस्टर्स की पहली पसंद बन चुकी है। सवाल यही कि आखिरकार ऐसी क्या वजह है कि जिगाना पिस्टल गैंगस्टर्स और माफियाओं की जान बन चुकी है। ज़िगाना पिस्तौल में एक संशोधित ब्राउनिंग-प्रकार लॉकिंग सिस्टम के साथ एक लॉक-स्लाइड शॉर्ट रिकॉइल ऑपरेटिंग मैकेनिज़्म होता है। इसके अलावा, इन पिस्तौलों में एक स्वचालित फायरिंग पिन ब्लॉक भी होता है।

क्या है जिगाना की खासियत?

  • ऑटोमैटिक फायरिंग पिन ब्लॉक जिगाना को बनती है खास
  • एक किलो से कम वजन वाली पिस्टल से एक बार में चलती है 15 गोलियां
  • 9 एमएम की इस पिस्टल के अलग-अलग मॉडल
  • 720 से लेकर 920 ग्राम के बीच होता है मॉडल का वज़न
  • फायरिंग के दौरान कभी नहीं फसती जिगाना पिस्टल
  • जिगाना के कुल 11 वेरिएंट्स
  • अलग-अलग वेरिएंट में डबल एक्शन रिकॉयल की तकनीक
  • पिस्टल में मैगजीन आसानी से हो जाती है लोड
  • तुर्किये की गन कंपनी टीआईएसएएस करती निर्माण

पुर्जो के रूप में पिस्टल को लाया जाता है भारत

बता दें कि, पाकिस्तान से जिगाना पिस्टल की खेप नेपाल पहुंचती है। वहां से ये भारत लाई जाती है। इस पिस्टल के हर पुर्जे को अलग किया जाता है और उसके बाद भारत लाया जाता है। तस्कर नेपाल से इन पुर्जों को कार में छिपाकर लाते हैं। इसके लिए कार में विशेष जगह बनाई जाती है। भारत में लाकर इन पुर्जों को असेंबल किया जाता है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अब गैंगस्टर व माफिया पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये जिगाना पिस्टल मंगाने लगे हैं। ड्रोन के जरिये ये पिस्टल पंजाब के सीमावर्ती इलाके में गिरा दी जाती है। यहां से इन पिस्टल को देश भर में सप्लाई किया जाता है। नेपाल से तस्करी होकर भारत लाई जाने वाली जिगाना पिस्टल छह लाख में मिलती है, जबकि ड्रोन से भारत में लाई जाने वाली जिगाना सस्ती है। वह चार लाख में मिल जाती है। ऐसे में माफिया व गैंगस्टर ड्रोन वाली जिगाना सस्ती होने के कारण ज्यादा पसंद करने लगे हैं।

बुलंदशहर के खुर्जा के दो भाई रिजवान व कुर्बान अवैध हथियार तस्कर थे। पांच-छह वर्ष पहले ये नेपाल से जिगाना पिस्टल पहली बार भारत लेकर आए थे। इनके साथ दिल्ली के जाफराबाद का रहने वाला सलीम भी इन भाइयों के साथ जिगाना पिस्टल को भारत लाया था। सलीम भी इस पिस्टल को नेपाल के रास्ते लाया था। अब तो शूटर व गैंगस्टर नेपाल जाकर खुद जिगाना पिस्टल लाने लगे हैं। बता दें कि जिगाना पिस्तौल भारत में बैन है। इसका PX9 मॉडल 9 MM चैम्बर वाला होता है।

साल 1959 का भारतीय शस्त्र अधिनियम किसी भी भारतीय नागरिक को ऐसी पिस्तौल या बंदूक का लाइसेंस रखने से रोकता है। इस कानून के कारण देश में कोई भी नागरिक 9 एमएम की पिस्तौौल नहीं खरीद सकता है। इसे रखना दंडनीय अपराध है। लेकिन भारतीय सेना और रक्षा बलों के लिए 9 एमएम की ऑटोमैटिक बंदूकों का इस्ते।माल करने की अनुमति है। वहीं सूत्रों के मुताबिक यूपी के कैराना में अधिकतर लोगों की रिश्तेदारी पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में है। ऐसे में इसका फायदा उठाकर जिगाना पिस्टल को पाकिस्तान से कैराना भी मंगाया जाता है। उसके बाद इसको गैंगस्टर को सप्लाई किया जाता है। पिस्टल सप्लाई करने में एक बड़ी चेन काम करती है जिसका अपना अलग कमीशन तय होता है।

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