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Saturday, July 19, 2025
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Physicswala-Drishti IAS Deal: विकास सर ने दिखाई हरी झंडी, अब अलख पांडे उठाएंगे बड़ा कदम!

Physicswala-Drishti IAS Deal: भारत के अग्रणी एडटेक स्टार्टअप फिजिक्सवाला द्वारा दृष्टि आईएएस का अधिग्रहण करने की योजना अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। सूत्रों के अनुसार, इस सौदे की अनुमानित कीमत 2,500-3,000 करोड़ रुपये हो सकती है। यह अधिग्रहण भारतीय एडटेक उद्योग में अब तक की सबसे बड़ी डील में से एक साबित हो सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों कंपनियों के बीच जनवरी 2025 से बातचीत चल रही है और जल्द ही यह सौदा पूरा हो सकता है।

यह घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब Physicswala अपने आईपीओ की तैयारी कर रहा है। कंपनी ने हाल ही में तीन स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति की है और इसके जरिए 5 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 500 मिलियन डॉलर जुटाने की योजना बना रही है। हालांकि, दृष्टि आईएएस के सीईओ विवेक तिवारी ने इस डील को लेकर फैल रही खबरों को “अफवाह” बताया है और कहा कि इस पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत नहीं है।

दृष्टि आईएएस की सफलता और फिजिक्सवाला की रणनीति

दृष्टि आईएएस भारत का एक प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान है, जो यूपीएससी और अन्य राज्य सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी कराने के लिए जाना जाता है। इसकी शुरुआत विकास दिव्यकीर्ति ने की थी और इसका मुख्य केंद्र मुखर्जी नगर, दिल्ली में स्थित है, जो कंपनी की कुल आय का 58% योगदान देता है।

वित्त वर्ष 2024 में, दृष्टि आईएएस ने 405 करोड़ रुपये का राजस्व और 90 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया। इसके अलावा, प्रयागराज, जयपुर और करोल बाग जैसे शहरों में भी इसके सफल कोचिंग सेंटर हैं। अगर यह सौदा पूरा होता है, तो यह फिजिक्सवाला के ऑफलाइन विस्तार की रणनीति को मजबूती देगा

Physicswala, जो मुख्य रूप से ऑनलाइन एडटेक प्लेटफॉर्म के रूप में शुरू हुआ था, अब ऑफलाइन कोचिंग में बड़ा निवेश कर रहा है। कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2025 तक ऑफलाइन कोचिंग से 1,000 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल करना है।

आईपीओ और निवेश योजना

सूत्रों के अनुसार, इस अधिग्रहण की राशि किस्तों में चुकाई जाएगी और यह सौदा भविष्य के प्रदर्शन मानकों से जुड़ा होगा। Physicswala की यह रणनीति इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि कंपनी अपनी सार्वजनिक लिस्टिंग से पहले बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत करना चाहती है

वित्त वर्ष 2024 में फिजिक्सवाला का कुल राजस्व 1,940.4 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2023 के 744.3 करोड़ रुपये की तुलना में काफी अधिक है। हालांकि, बढ़ते खर्चों के चलते कंपनी का घाटा 13 गुना बढ़कर 1,131 करोड़ रुपये हो गया।

आधिकारिक प्रतिक्रियाएं और भविष्य की संभावनाएं

इस अधिग्रहण पर प्रतिक्रिया देते हुए दृष्टि आईएएस के सीईओ विवेक तिवारी ने कहा,
“हम कई संगठनों से मुलाकात कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इस सौदे की खबरें महज अफवाहें हैं।”

वहीं, फिजिक्सवाला की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया। यदि यह सौदा फाइनल होता है, तो यह एडटेक क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक अधिग्रहण होगा और कोचिंग इंडस्ट्री के भविष्य को नया रूप दे सकता है।

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