Digital Rupee Update: रिजर्व बैंक ने हाल ही में डिजिटल करेंसी लॉन्च की है और आईबीआई के कार्यकारी निदेशक अजय कुमार चौधरी ने कहा है कि डिजिटल रुपये की शुरुआत भारत में एक ऐतिहासिक कदम होगा और आने वाले समय में ये कदम मील का पत्थर साबित होगा। डिजिटल रुपये (Digital Rupee) से मुद्रा प्रणाली के सिस्टम में दक्षता आएगी और वित्तीय समावेशन को भी बढ़ावा मिलेगा। डिजिटल रुपये की शुरुआत आरबीआई ने एक दिसंबर से शुरू की थी। सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी को CBDC-W (थोक) और CBDC-R (खुदरा) के रूप में लॉन्च किया गया है।
आरबीआई उठाएगी जरूरी कदम
डिजिटल रुपया पेमेंट के तरीकों में लचीलापन आएगा और वहीं, विदेश में होने वाले पेमेंट को भी बढ़ावा मिलेगा और डिजिटल रुपया (Digital Rupee) ग्राहक संरक्षण सुनिश्चित करते हुए जनता को नया अनुभव मिलेगा। इसके अलावा ग्राहकों को सामाजिक और आर्थिक परिणामों से होने वाले नुकसानों से भी बचाया जा सकता है। आरबीआई भी इसके लिए एक जरूरी कदम उठाएगा, जिससे होने वाली कठिनाइयों और रिस्क से निपटने के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाए अपनाया जा सकें।
पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हुआ डिजिटल रुपया
डिजिटल रुपये को आरबीआई ने थोक और खुदरा चलन के लिए पायलट प्रोजेक्ट (Pilot Project) के रूप में पेश किया है। पायलेट प्रोजेक्ट के बाद अगर डिजिटल रुपया सफल हो गया तो आरबीआई इसे बहुत जल्द ऑफिशियल तौर पर पूरे भारत में शुरू कर दिया जाएगा। एक दिसंबर 2022 को आरबीआई ने डिजिटल रुपये को चार बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI), यस बैंक (Yes Bank) और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) में खुदरा डिजिटल रुपया के द्वारा लेनदेन कर सकते हैं। इसके बाद इस पायलेट प्रोजेक्ट से बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI), एचडीएफसी बैंक (HDFC) और कोटक महिंद्रा (Kotak Mahindra) बैंक भी जोड़े जाएंगे।
क्या है डिजिटल रुपये की खासियत
आपको बता दें, डिजिटल रुपया एक तरह की डिजिटल करेंसी (Digital Currency) है, जिसका यूज यूपीआई, एनईएफटी, आरटीजीएस, आईएमपीएस, डेबिट/क्रेडिट कार्ड आदि के द्वारा पेमेंट कर सकते हैं। इसके साथ ही डिजिटल रुपये से पेमेंट करना पारंपरिक ऑनलाइन लेन-देन से काफी अलग है। वहीं, डिजिटल करेंसी और यूपीआई के बीच के अंतर को समझाते हुए अजय कुमार चौधरी ने बताया है कि सामान्य नोटों की तरह, केंद्रीय बैंक द्वारा जारी की गई डिजिटल मुद्रा आरबीआई (RBI) की देनदारी होगी। इसके अलावा यूपीआई एक थर्ड पार्टी एप्लीकेशन है, जिसका यूज ऑनलाइन पेमेंट के लिए यूपीआई के द्वारा किया जा सकता है।