Petrol Diesel: अमेरिका में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि 2,000 अमेरिकी डॉलर प्रति व्यक्ति आय वाला भारत, रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण तेल की कीमतें बढ़ने को लेकर चिंतित है और यह ‘हमारी कमर तोड़ रहा है।’ अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ बैठक के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में जयशंकर ने कहा कि विकासशील देशों के बीच इसे लेकर काफी चिंता है कि उनकी ऊर्जा जरूरतें कैसे पूरी होंगी?
बढ़ती तेल की कीमत तोड़ रही कमर
यूक्रेन युद्ध के बारे में विदेश मंत्री ने कहा कि, ‘हमने निजी, सार्वजनिक, गोपनीय और निरंतर रूप से यह रुख अपनाया है कि यह संघर्ष किसी के भी हित में नहीं है।’ उन्होंने कहा सबसे अच्छा तरीका बातचीत और कूटनीति की ओर वापस जाने का है। इसके आगे विदेश मंत्री ने कहा, ‘हम तेल की कीमत को लेकर चिंतित हैं, लेकिन हमारी 2,000 डॉलर प्रति व्यक्ति आय की अर्थव्यवस्था है और तेल की बढ़ती कीमत हमारी कमर तोड़ रही है और यह हमारे लिए बहुत बड़ी चिंता का विषय है।’
9 महीने के सबसे निचले स्तर पर कच्चा तेल
भारत के रूस से सैन्य उपकरण खरीदने के एक सवाल का जवाब देते हुए जयशंकर ने कहा, ‘हम अपने सैन्य उपकरण कहां से लेते हैं, यह कोई मुद्दा नहीं है, जो भी मुद्दा है वह भू-राजनीतिक परिस्थितियों के कारण बदल गया है।’ आपको बता दें फिलहाल कच्चे तेल की कीमत 9 महीने के निचले स्तर पर चल रही है। बुधवार को डब्ल्यूटीआई के अनुसार क्रूड ऑयल गिरकर 77.67 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है तो ब्रेंट क्रूड ऑयल भी 85 डॉलर प्रति बैरल पर है।
हालंकि घरेलू बाजार में क्रूड ऑयल की ऊंची कीमत के कारण भी पिछले चार महीने से पेट्रोल-डीजल कि कीमत में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। भारत में केंद्र सरकार ने मई 2022 को तेल की एक्साइज ड्यूटी में कटौती की थी ,जिससे देश के नागरिकों को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत से कुछ राहत मिली थी।