Sukanya Samriddhi Yojana Calculator: पोस्ट ऑफिस (Post Office) की ओर से नागरिकों के कल्याण के लिए बहुत सी योजनाएं चलाई गयी हैं। इन योजनाओं में इन्वेस्ट करने पर नागरिकों को जबरदस्त फायदा होता है। बेटियों के लिए भी पोस्ट ऑफिस की ओर से एक शानदार योजना चलाई गयी है, जिसमें लॉन्ग टर्म में आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा।
सुकन्या समृद्धि योजना
पोस्ट ऑफिस की जिस स्कीम के बारे में हम बात कर रहे हैं, उसका नाम सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) है। पोस्ट ऑफिस की ओर से ये स्कीम खास बेटियों के लिए शुरू की गयी है, जिसमें माता-पिता अपनी 0 से 10 तक की बेटी का खाता खुलवा सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना में इन्वेस्ट करने पर 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है और इस छोटी बचत योजना के तहत आपको शानदार रिटर्न का लाभ भी मिलेगा।
सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ
– पोस्ट ऑफिस की सुकन्या समृद्धि योजना के तहत माता-पिता अपनी 10 साल की कम आयु की बेटी का खाता खुलवा सकते हैं।
– बेटी के नाम पर भारत के किसी भी पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवाया जा सकता है, लेकिन बेटी के नाम पर सिर्फ ही खाता खोला जाएगा।
– सुकन्या समृद्धि योजना में एक परिवार की दो लड़कियों का ही खाता खोला जाएगा, हालांकि जुड़वां/ट्रिपल बच्चियों के जन्म के मामले में दो से ज्यादा खाते भी खोले जा सकते हैं।
– पोस्ट ऑफिस की इस योजना में आप कम से कम 250 रुपये जमा कर खाता खुलवाया जा सकता है। –
– सुकन्या योजना में आप एक साल में कम से कम 250 रुपये से लेकर 1.50 लाख रुपये तक की एकमुश्त या किस्तों में राशि जमा कर सकते हैं।
– इस योजना में खाता खोलने की तिथि से अधिकतम 15 वर्ष पूरे होने तक राशि जमा कर सकती है।
– अगर आप इस योजना में कम से कम एक साल में 250 रुपये जमा नहीं कर पातें तो आपका खाता डिफॉल्ट हो जाएगा।
– सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खोलने पर आपको इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत छूट मिलेगी।
– इस योजना में आपको 7.6 फीसदी की दर से वार्षिक ब्याज मिलता है।
– इस योजना में बेटी के 18 वर्ष पूरे होने तक खाते का संचालन माता-पिता के द्वारा किया जाएगा।
– बेटी की आयु 18 वर्ष पूरी होने या 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद खाते से पैसा निकल सकते हैं।
– पिछले वर्ष के अंत में बची हुई रकम का 50% आप निकल सकते हैं।
– इस योजना में आप रकम एकमुश्त या किस्तों में निकल सकते हैं।
– खाता खोलने की तारीख से 21 साल बाद या 18 वर्ष की पूरी करने पर बेटी की शादी के बाद खाता मैच्योर हो जाता है।