Kanpur Suicide Case : “मैं वो अभागा हूं जो न तो अपनी पत्नी-बेटी के साथ खुशी से जी पाया और न ही साथ मर पाया। पत्नी की मर्जी से उसकी और बेटी की हत्या करने का फैसला किया। दोनों को इन्हीं हाथों से मार डाला, लेकिन ये हाथ मेरी ही जान नहीं ले सके और मैं बच गया।” इतना कहते हुए पोस्टमार्टम हाउस में पत्नी निशा और बेटी आशवी का पोस्टमार्टम कराने आया अर्जुन सिर पकड़कर रोने लगा।
कानपुर में बीते दिनों पत्नी निशा और बेटी आशवी की हत्या करने के बाद (Kanpur Suicide News) आत्महत्या के प्रयास के मामले में अर्जुन ने जुर्म कबूल कर लिया है। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने पत्नी व बेटी का अंतिम संस्कार किया।
अर्जुन ने बताया कि 11 फरवरी की रात उसने और पत्नी ने पहले शराब पी, फिर भांग खाई। इसके बाद वह पत्नी का गला दुपट्टे से कस रहा था कि पत्नी ने पहले बेटी को मारने को कहा।
बेटी को मारने के बाद पत्नी का गला घोट दिया और उसके बाद पंखे से उसी दुपट्टे का फंदा बनाकर जान देने की कोशिश की, लेकिन दुपट्टा फट गया। फिर चाकू से हाथ पैर की नसें काट लीं, लेकिन फिर भी वह नहीं मरा।
वीडियोग्राफी के बीच डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम
निशा और आशवी का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल ने वीडियो फोटोग्राफी के बीच किया। पीएम रिपोर्ट के अनुसार निशा की मौत दुपट्टे जैसे किसी कपड़े से गला घोंटे जाने से होने की बात सामने आई है। जबकि आशवी को जहर देने की आशंका के चलते उसका विसरा सुरक्षित कर विस्तृत जांच के लिए भेजा गया है।
पुलिस हिरासत में अर्जुन ने बताया कि उसने पत्नी के कहने पर पहले रात में ही भांग और शराब का सेवन किया। दोनों लोगों ने भांग खाई और बेटी को जहरीला पदार्थ दिया। चूंकि वह मेडिकल लाइन में पहले रहा था इसलिए उसे पता था कि कितना जहर बेटी के शरीर में काम करेगा। इसके बाद पत्नी का गला घोंटकर उसने खुद की जान लेने का प्रयास किया।
शादी के बाद से अलग रह रहा था परिवार
अर्जुन ने बताया कि उसने निशा से लव मैरिज की थी। निशा सेे पहली बार वह लखनऊ में मिला था, जहां दोनों को पहली मुलाकात में ही एक दूसरे से प्यार हो गया। रिश्तेदारी में होने की वजह से दोनों के परिवार वाले शादी को तैयार नहीं थे, लेकिन दोनों ने ही पारिवारिक एतराज को दरकिनार कर शादी कर ली।
जांच में अर्जुन ने बताया है कि उसने घर बेचने की कोशिश भी की, लेकिन उसका घर नहीं बिका। पारिवारिक एतराज की वजह से ही वह परिवार से अलग रहता था। परिवार रेल बाजार में रहता था जबकि वह चकेरी में रह रहा था।
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जानिए अर्जुन ने सुसाइड नोट में क्या लिखा था
“मैं जीना चाहता था पर कर्जगीरों ने जीने नहीं दिया। कर्जा था पर इतना नहीं कि मैं दे ना पाऊं पर समय नहीं दिया। मैं मजबूर होकर आत्महत्या परिवार के साथ कर रहा हूं, इसमें किसी कि गलती नहीं सिर्फ वजह मैं हूं। भगवान सबको खुश रखें। सिर्फ मैं अपनी पत्नी और बेटी का दोषी हूं…”
यह सुसइड नोट कानपुर के चकेरी थानाक्षेत्र (Chakeri police station) के सनीगवां निवासी अर्जुन जायसवाल ने लिख कर पत्नी निशा और चार वर्षीय बेटी आश्वी की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद अर्जुन ने खुद को मारने के लिए चाकू से अपनी गर्दन भी रेत ली थी। जानकारी पर पहुंची पुलिस ने अर्जुन को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी जान बच गई।