Siddharthnagar murder case: सिद्धार्थनगर में एक ऐसा मर्डर केस सामने आया है जिसने इंदौर की चर्चित सोनम रघुवंशी हत्याकांड की याद दिला दी। यहां पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को ठिकाने लगाने की साजिश रची। पहले गुमशुदगी की कहानी गढ़ी गई, फिर उसे प्रेम की आड़ में अंजाम दिए गए अपराध से ढकने की कोशिश हुई, लेकिन जब राप्ती नदी के किनारे एक कंकाल मिला, तो पुलिस के शक की सुई उसी पत्नी पर जाकर टिक गई।
ढेबरुआ थाने Siddharthnagar के रेहकट नजरगढ़वा गांव की रहने वाली संगीता ने 5 जून को पुलिस को सूचना दी कि उसका पति कन्नन दो जून से लापता है। पुलिस ने गुमशुदगी का केस दर्ज कर लिया, लेकिन छानबीन के दौरान संगीता के बयान बार-बार बदलते रहे। पुलिस को मामला संदिग्ध लगा और जब पूछताछ सख्त हुई, तो संगीता टूट गई। उसने जो कबूला, वो चौंकाने वाला था।
संगीता ने बताया कि उसका गांव के ही युवक अनिल शुक्ल से प्रेम संबंध था। दोनों ने मिलकर पति कन्नन को रास्ते से हटाने का फैसला किया। योजना के अनुसार, संगीता ने पति को नशीला पदार्थ खिलाया और फिर अनिल के साथ मिलकर उसे बलरामपुर जिले की राप्ती नदी में फेंक दिया। हत्या को दुर्घटना या गुमशुदगी की तरह दिखाने की चाल चली गई।
हालात तब बदले जब बलरामपुर के सेमरहना गांव के पास नदी किनारे एक कंकाल बरामद हुआ। शव पर मौजूद कपड़ों से कन्नन की पहचान की गई। इससे Siddharthnagar पुलिस की जांच को मजबूती मिली और साजिश की परतें खुलती गईं। कन्नन के भाई ने संगीता और उसके प्रेमी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया।
यह केस सोनम रघुवंशी हत्याकांड से मिलती-जुलती कहानी को दोहराता है—जहां प्यार के नाम पर रिश्ते का कत्ल कर दिया गया। फिलहाल संगीता और अनिल पुलिस हिरासत में हैं और मामले की तह तक जांच जारी है। एक बार फिर यह केस बताता है कि जब भावनाएं अपराध में बदलती हैं, तो उनका अंत अक्सर राप्ती जैसी खामोश गहराइयों में होता है।