Stroke Risk: यह एक खतरनाक स्थिति है। कई मामलों में स्ट्रोक से पीड़ित व्यक्ति की मौत भी हो जाती है। ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन की कमी के कारण स्ट्रोक होता है। भारत समेत दुनिया में हर साल इस बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं। कोविड के बाद तो स्थिति और भी खतरनाक हो गई है। अब वैज्ञानिकों ने इस बीमारी के बारे में पता लगा लिया है। शोध के मुताबिक, किसी व्यक्ति के ब्लड ग्रुप से ही स्ट्रोक होने के खतरे का पता लगाया जा सकता है।
जर्नल न्यूरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, शरीर में मौजूद सभी ब्लड ग्रुप पर एक शोध किया गया है। जिसमें बताया गया है कि ए ब्लड ग्रुप वाले लोगों में 60 साल की उम्र से पहले स्ट्रोक होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। इस शोध में 18 से 59 साल की उम्र के 18 हजार लोगों को शामिल किया गया था. उन सभी को दौरा पड़ा था। रिसर्च में लोगों के ब्लड ग्रुप का पता लगाया गया। इसमें पाया गया कि ए ब्लड ग्रुप वाले लोगों में अन्य लोगों की तुलना में स्ट्रोक का खतरा 16 फीसदी ज्यादा होता है। जिन लोगों का ब्लड ग्रुप O1 था। उन्हें स्ट्रोक का कम जोखिम मिला।
टाइप बी ब्लड ग्रुप को कोई खतरा नहीं है
शोधकर्ताओं के अनुसार टाइप बी ब्लड ग्रुप वाले लोगों में स्ट्रोक का खतरा ज्यादा नहीं होता है। जबकि एबी वालों में इसका कोई असर नहीं हुआ। लेकिन ए ब्लड ग्रुप वालों के लिए खतरा बहुत ज्यादा होता है। ऐसे में उन्हें ध्यान देने और स्ट्रोक से बचने की जरूरत है। उन्हें समय-समय पर अपना बीपी चेक कराते रहना चाहिए और स्ट्रोक से संबंधित कोई भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
ए ब्लड ग्रुप वाले लोगों को ज्यादा खतरा क्यों होता है?
शोध में पाया गया है कि ए ब्लड ग्रुप वाले लोगों में स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा होता है, लेकिन इसका कारण क्या है। इस बारे में डॉक्टरों का कहना है कि प्लेटलेट्स और ब्लड वेसल्स के साथ-साथ अन्य कारणों से भी ऐसा होने की संभावना है. यह आशंका जताई जाती है कि ए ग्रुप के लोगों में ब्लड क्लॉट होने का खतरा दूसरे ब्लड ग्रुप के लोगों की तुलना में ज्यादा होता है। जिसकी वजह से दिमाग में खून के थक्के जम जाते हैं और स्ट्रोक हो जाता है। हालाँकि, इस तथ्य के बारे में अभी और शोध की आवश्यकता है।
शोध में शामिल प्रोफेसर डॉ. स्टीवन किटनर का कहना है कि स्ट्रोक के बाद मौत का खतरा बहुत अधिक होता है, जो लोग बच जाते हैं उन्हें जीवन भर कोई न कोई समस्या होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में जरूरी है कि हाई रिस्क ब्लड ग्रुप वाले लोग अपना खास ख्याल रखें।
ये हैं स्ट्रोक के लक्षण
अचानक तेज सिरदर्द
बोलने में परेशानी
देखने में कठिन लग रहा है
चेहरे का सुन्न होना