Yoga benefits in corona: दुनियाभर में Corona के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे भारत के लोगों में भी वायरस को लेकर चिंता बढ़ गई है। कुछ जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में देश में COVID के मामलों में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है. कोरोना की पिछली लहरों के दौरान इस महामारी का असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ा था। एंग्जाइटी डिसऑर्डर, डिप्रेशन और सुसाइड के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई।
अब फिर से COVID का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में इसका असर मेंटल हेल्थ पर भी पड़ सकता है। हालांकि योग और ध्यान के जरिए इस समस्या का इलाज आसानी से किया जा सकता है। आइए योग विशेषज्ञों से जानते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में योग कैसे मदद कर सकता है।
वैज्ञानिक योग और योग गुरु के निदेशक डॉ. भारत भूषण कहते हैं कि कोरोना के कारण लोगों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर असर पड़ा है. वायरस के कारण भय, चिंता, अकेलापन और अवसाद से पीड़ित होने का खतरा है। पिछले तीन सालों में इस वायरस की वजह से लोगों का मानसिक स्वास्थ्य काफी बिगड़ गया है. ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ वेल्स ने भी COVID-19 के मानसिक प्रभावों पर शोध किया था, जिसमें पता चला है कि वायरस के कारण मानसिक स्वास्थ्य काफी बिगड़ गया है.
योग मदद कर सकता है
डॉ. भारत भूषण कहते हैं कि योग का व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। योग को शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक लाभ की दृष्टि से अत्यंत विकसित और उन्नत पद्धति माना गया है। शारीरिक क्षमता और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए तरह-तरह के आसन, प्राणायाम, मुद्राएं, बंध, ध्यान आदि उपाय बताए गए हैं।
योग में जप, ॐ, धारणा, ध्यान, समाधि, योग निद्रा का अभ्यास मन और उसकी ऊर्जा में सकारात्मक परिवर्तन पैदा करता है। नियमित अभ्यास से मानसिक थकान, अवसाद, अनिद्रा, सिर दर्द, तनाव जैसी समस्याएं दूर होती हैं। योग शरीर में एंडोर्फिन नामक हार्मोन के स्राव को बढ़ाता है, जिससे ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है। स्किजोफ्रेनिया, अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी) और ऑटिज्म जैसी खतरनाक बीमारियों का भी योग के अभ्यास से इलाज किया जा सकता है। इससे याददाश्त में भी काफी सुधार हो सकता है।
यह योग बहुत ही लाभकारी होता है
डॉ. भारत भूषण ने मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए इन योगों को बताया है।
भुजंगासन (Bhujangasana)
भुजंगासन करने के लिए पेट के बल लेट जाएं। दोनों हाथों को छाती के पास जमीन पर रखें और अब सांस लेते हुए दोनों हाथों पर वजन डालते हुए शरीर को ऊपर उठाएं और सिर को पीछे ले जाएं। इस दौरान कमर के निचले हिस्से को जमीन से स्पर्श कराएं। करी को 15 से 30 सेकंड के लिए रोके रखें
उत्तानासन (Uttanasana)
उत्तानासन के लिए सीधे खड़े हो जाएं। अब गहरी सांस लें और दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाएं और धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए कमर के सहारे शरीर को नीचे की ओर छुएं और पैरों के पंजों को छूने की कोशिश करें।
बालासन (Balasana)
बालासन करने के लिए योगा मैट पर घुटने मोड़कर बैठ जाएं। इस दौरान सिर को चटाई पर रखें और सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और फिर नीचे लाकर जमीन पर रखें। ऐसा एक से दो मिनट तक करें।