Baby Care Tips: मां बनना जिंदगी का सबसे खूबसूरत एहसास होता है। हर मां के इस अहसास से कितने सपने, कितनी उम्मीदें जुड़ी होती हैं। बच्चे के आने से पहले ही उसके कपड़े, खिलौने, कमरा और कई अन्य चीजों की तैयारी शुरू हो जाती है। जब कोई बच्चा गर्भ में पैदा Baby Care होता है तो उसी समय एक महिला मां बन जाती है और वह बच्चे की वृद्धि के अनुसार खाना-पीना शुरू कर देती है ताकि बाद में उसके बच्चे को कोई परेशानी न हो। मां बनने का मतलब है कई जिम्मेदारियों को अच्छे से निभाना और इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए हर मां अपनी जान दे देती है.
नवजात शिशुओं का ऐसे रखें ध्यान
मां बनने के बाद बच्चे को प्यार के साथ-साथ स्किन टच की भी जरूरत होती है। बच्चे को प्यार से छाती पर लिटाएं, हल्के से उसके माथे को छुएं और धीरे से उसे सहलाएं। डॉक्टर के मुताबिक स्किन टच से भी बच्चे का विकास तेजी से होता है।
मां को अपने नवजात New Born Baby शिशु से बात करनी चाहिए। सुनने में अजीब लग सकता है लेकिन यह बच्चे के दिमाग के विकास के लिए जरूरी है।
सबसे बड़ी समस्या है नवजात के डायपर को चेक करते रहना और बदलते रहना। जब बच्चा लंबे समय तक गंदे डायपर में रहता है, तो संक्रमण और एलर्जी होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में समय-समय पर अपने बच्चे का डायपर चेक करते रहें।
अगर आप अपने बच्चे को बोतल से दूध पिलाती हैं, तो उसकी साफ-सफाई का ध्यान जरूर रखें। बोतल और निप्पल को नियमित रूप से साफ करें। बच्चे को गंदी बोतल से दूध पिलाने का मतलब है बीमारी को न्यौता देना। बच्चे को दूध पिलाने वाली बोतल को साफ करने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करें।
नवजात शिशु की त्वचा बहुत ही नाजुक और संवेदनशील होती है। जन्म के लगभग तीन सप्ताह बाद, बच्चे की गर्भनाल गिर जाती है। इससे पहले बच्चे को सिर्फ स्पंज बाथ दिया जाता है। अपने बच्चे को तब तक न नहलाएं जब तक कि गर्भनाल गिर न जाए।
Disclaimer: खबर में दी गई जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है। हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी द Midpost की नहीं है। आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से जरूर संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।