Health Tips: अगर आपके पैर भी अक्सर सुन्न पड़ जाते हैं या अचानक उनमें ठंडक महसूस होने लगती है तो ये Peripheral Arterial Disease यानी PAD के लक्षण हैं। ये एक आम बीमारी है और भारत में इस बीमारी से पीड़ित लोगों की संख्या लाखों में है। इस बीमारी में व्यक्ति की ब्लड वेसल्स सिकुड़ने लगती हैं जिससे शरीर के अंगों में खून की सप्लाई कम हो जाती है। अगर आपको ये बीमारी है और समय पर इसका इलाज नहीं किया गया है तो ये बहुत खतरनाक हो सकती है। एक छोटी लापरवाही से आपको Coronary Arterial Disease और Cerebrovascular Disease हो सकती है जो Heart Attack और Stroke का कारण बनती है।
क्या है Peripheral Arterial Disease
मेडिकल भाषा से हटकर अगर आसान शब्दों में समझें तो शरीर में खून का ठीक तरह से बहाव का ना होना ही Peripheral Arterial Disease (PAD) है। इस स्थिति में व्यक्ति को चलने में दिक्कत होती है और पैरों में दर्द रहता है। खराब Blood Circulation की वजह से दिल से शरीर के बाकी अंगों तक Oxygen और Blood का Flow प्रभावित होता है। Blood Circulation के ठीक ना होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें सबसे बड़ा कारण शरीर में लंबे समय तक रहने वाली बीमारियां हैं। Blood Vessels ही शरीर के अंगों में खून की सप्लाई करती हैं और जब किसी वजह से धमनियों में सिकुड़न आती है तो ब्लड की सप्लाई बाधित होती है।
टांगों में सूजन हो तो ना करें नजरअंदाज
अगर रोजाना आपकी टांगों में सूजन हो रही है और आपके टांगों पर निशान पड़ रहे हैं तो ये Veins Insufficiancy का लक्षण है। ये निशान मोटापे से पीड़ित लोगों और काफी देर तक खड़ा रहने की स्थिति में बनते हैं। कई लोग अक्सर इस प्रकार की सूजन के लिए ड्यूरेटिक ड्रग लेने लगते हैं लेकिन ये सुरक्षित नहीं है और इससे परेशानी खत्म भी नहीं होती। इससे बेहतर है कि आप डॉक्टरों की सलाह पर कंप्रैशन वाले मोजों (स्टॉकिंग्स) का इस्तेमाल करें।
पैरों का सुन्न पड़ना
पैरों का सुन्न पड़ना, झुनझुनी, ठंडक या पैरों की त्वचा का पीला पड़ना खराब ब्लड सर्कुलेशन के संकेत हैं। ये स्थिति तब और भी बदतर हो जाती है जब आप काफी देर तक बैठे रहें या कोई Physical Activity ना करें। इस प्रकार की समस्या के लिए आप तुरंत डॉक्टर या किसी अच्छे वस्कुलर सर्जन से संपर्क करें क्योंकि अगर ये स्थिति लंबे समय तक रहती है तो हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ सकता है।
Disclaimer: अगर आपको भी ये लक्षण दिखते हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि हमारा काम केवल जानकारी प्रदान करना है उपचार के उपया के लिए आप अपने डॉक्टर से ही संपर्क करें।