Health के लिए सबसे अच्छा होता है अच्छी नींद लेना। एक्सपर्ट भी मानते हैं कि सात से आठ घंटे की गहरी नींद लेनी चाहिए। एक्सपर्ट तो ये भी कहते हैं कि दोपहर में सोने की आदत ठीक नहीं है लेकिन आज के समय में कुछ लोग रात में पर्याप्त नींद नहीं ले पाते हैं तो वो दोपहर में सो जाते हैं। हालांकि जो लोग दोपहर में नींद की झपकी लेते हैं उन्हें फैटी लिवर का खतरा बढ़ सकता है। हाल ही में एक रिसर्च हुई है जिसमें ये बात साबित हुई है।
बढ़ सकता है इस बीमारी का खतरा
नई रिसर्च में चेतावनी दी गई है कि अगर कोई दिन में सोता है तो उसे फैटी लीवर का खतरा बढ़ जाता है। जो लोग दिन में 30 मिनट से ज्यादा तक सोते हैं, रात में देर से सोते हैं और खर्राटे भी लेते हैं। उन्हें हाई ब्लडप्रेशर की भी संभावना बढ़ जाती है। इतना ही नहीं दिन में सोने वाले लोगों को सिरोसिस की समस्या भी हो सकता है।
नींद की क्वालिटी सुधारें
एक्सपर्ट बताते हैं कि नींद की क्वालिटी सुधारने से पुरुषों में बीमारियों का खतरा कम भी हो सकता है। अनहेल्दी लाइफस्टाइल वाले लोगों में फैटी लीवर की बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। इसलिए खराब नींद को सही करने की कोशिश की जानी चाहिए ताकि इस बीमारी से बचा जा सके। आपको मालूम न हो तो बता दें कि लिवर की अपनी टाइमिंग होती है। अगर आप उसके काम करने के समय को किसी भी तरह से रोकेंगे या बाधित करेंगे तो जाहिर सी बात है लिवर को नुकसान होगा ही। और नींद की कमी लिवर के मेटाबॉलिज्म और फैट की मात्रा को बदल देता है।
सिरोसिस भी एक ऐसी बीमारी है जो लिवर कैंसर के बाद सबसे तेजी से होती है। ऐसा तब होता है जब लंबे समय से लिवर को नुकसान हो रहा हो इसके लक्षण धीरे-धीरे दिखाई देने लगते हैं जिसमें थकान महसूस होना, थका हुआ महसूस करना, पीली त्वचा, आंखें-त्वचा में खुजली और पेट में सूजन शामिल हैं।