आप जिस कंपनी में काम करते हैं वहां पर आपका Behaviour सबसे ज्यादा मायने रखता है। Workplace पर आपका प्रोफेशनल एटीट्यूड ही आपके आगे बढ़ने की राह तय करता है। इसलिए अगर आप सोचते हैं कि जितना काम और कलीग्स को लेकर कूल रहेंगे उतना ही करियर के लिए अच्छा रहेगा, तो इस बात को अपने दिमाग से निकाल दें। Workplace पर Colleagues के साथ बिहेवियर, काम करने का तरीका, अपनी बात को प्रेजेंट करना..ये सब बहुत मायने रखता है। तो आपको वर्कप्लेस पर किन गलतियों को करने से बचना चाहिए इस पर ध्यान दें…
सोच-समझकर करें बात
‘बिना विचारे जो करे, जो पाछे पछताए’ ये कहावत तो आपने सुनी ही होगी। मतलब ये कि बिना सोचे-विचारे किए जाने वाले काम में कई बार बहुत पछताना पड़ता है। तो आप भी वर्कप्लेस पर काम के अलावा बातचीत करते हुए किन शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं इस पर ध्यान दें। लूज टॉक करने से बचें।
जिम्मेदारियों से भागे नहीं
अपनी फील्ड में अगर आपको टॉप पर पहुंचना है तो जिम्मेदारी लेने की आदत डालनी होगी। जब आप किसी चीज़ में खुद आगे बढ़कर जिम्मेदारी लेते हैं तो ये आपके पॉजिटिव एटीट्यूड को दिखाता है।
ओवर कॉन्फिडेंस में न रहें
किसी भी काम में कॉन्फिडेंस बहुत अच्छी चीज़ है लेकिन ओवर कॉन्फिडेंस नुकसानदायक। तो आप सबसे अलग है ये सोचना छोड़ दें। ओवर कॉन्फिडेंस प्रोफेशनल लाइफ के लिए खतरे की घंटी है।
ट्रांसपेरेंसी की इंपॉर्टेंस को समझना
अगर आप एक टीम को हैंडल कर रहे हैं तो उसके लिए बहुत जरूरी है काम में ट्रांसपेरेंसी । काम को लेकर ऑफिस में होने वाले किसी भी बदलाव को लेकर सभी चीज़ों को अपनी टीम के साथ शेयर करें ताकि लोग आप पर भरोसा करें और आपको पसंद भी करें।