भारत के सुमित नागल का शानदार सफर ऑस्ट्रेलियाई ओपन के दूसरे दौर में चीन के जुनचेंग शांग के हाथों गुरुवार को मिली हार के साथ खत्म हो गया। नागल ने पहले दौर के मुकाबले में टॉप 30 में शामिल खिलाड़ी को हराया था और गुरुवार को भी आक्रामक अंदाज में शुरुआत की, लेकिन वह दो घंटे 50 मिनट तक चले मुकाबले में 18 साल के वाइल्डकार्ड से प्रवेश करने वाले शांग से 2-6 6-3 7-5 6-4 से हार गए। शांग ने तीसरे सेट के बाद से अच्छी सर्विस की और मैच में ‘बैकहैंड बॉल्स’ से परेशानी के बावजूद जीत हासिल की।
हरियाणा के छोरे का कमाल
इसके बावजूद 26 वर्षीय नागल मेलबर्न पार्क से खुशनुमा याद के साथ बाहर होंगे क्योंकि हरियाणा के झज्जर के इस खिलाड़ी ने पहले क्वालीफायर से मुख्य ड्रा में जगह बनाई और फिर दुनिया के 27वें नंबर के खिलाड़ी एलेक्जेंडर बुबलिक पर जीत हासिल की। नागल को इस प्रदर्शन से 180,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 95 लाख रुपये) मिलेंगे। उनका 2024 टूर का ज्यादातर बजट इस राशि से पूरा हो जाना चाहिए।
वहीं युगल ड्रा में भारतीय खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और उनके आस्ट्रेलियाई जोड़ीदार मैथ्यू इबडेन ने शुरूआती सेट में 0-5 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए जेम्स डकवर्थ और मार्क पोलमैंस की स्थानीय टीम को पराजित किया। विजय सुंदर प्रशांत और अनिरूद्ध चंद्रशेखर की भारतीय जोड़ी को हंगरी के मार्टन फुक्सोविक्स और फैबियन मारोजसान की जोड़ी से 3-6 4-6 से हार झेलनी पड़ी।
भारत के लिए उम्मीद अभी बाकी
एन श्रीराम बालाजी और रोमानिया के विक्टर व्लाड कोर्निया शुक्रवार को अपना अभियान इटली के माटियो अर्नाल्डी और आंद्रिया पेलेग्रिनो के खिलाफ शुरू करेंगे। नागल ने शुरू में चीन के खिलाड़ी को बेसलाइन में उलझाया और पहले गेम में ही फोरहैंड विनर से पहला ब्रेक प्वाइंट हासिल किया। उन्हें दूसरा मौका भी मिला जिसमें चीन के खिलाड़ी की बैकहैंड गलती से उन्होंने अंक हासिल किया।
शांग ने अपने स्ट्रोक्स में तेजी लाने की कोशिश करते हुए दमदार शॉट लगाये लेकिन नागल भी तैयार थे और वह 3-1 से बढ़त बनाने में सफल रहे। शांग पांचवें गेम में 0-30 से पिछड़ रहे थे लेकिन अच्छी सर्विस से संभल गए। नागल को शांग की फोरहैंड गलती से फिर एक और ब्रेक मिला जिससे उन्हें 5-2 से आगे होने का मौका मिला। लेकिन चीन के खिलाड़ी ने ड्रॉप शॉट से इसे बचा लिया। शांग ने दो और मौके बंचाये लेकिन डबल फॉल्ट से नागल को चौथा ब्रेकप्वाइंट मिला।
What a rollercoaster the last few days have been at the Australian Open. Disappointed to not get over the line today, but also proud of the run I had 🙌🏽
Thanks a lot to my sponsors Indian Oil, Aryan Pumps, Yonex, ASICS, Gatorade & Maha Tennis Foundation for the support 🙏🏽
(1/n) pic.twitter.com/L9FV2BZuXG
— Sumit Nagal (@nagalsumit) January 18, 2024
शांग की 17वीं सहज गलती से एक और ब्रेक मिला जिससे भारतीय खिलाड़ी ने अगले गेम में पहला सेट जीत लिया। दूसरे सेट में शांग ने बेहतर और आक्रामक खेल दिखाया। उन्हें नागल को दबाव में डालने का मौका मिला, पर वह दूसरे गेम में दो ब्रेक प्वाइंट का फायदा नहीं उठा सके। शांग ने कम गलतियां की, अच्छी सर्विस की और कोर्ट कवरेज में सुधार दिखा, इससे उन्होंने दो ब्रेक के साथ 5-2 से बढ़त बना ली।
नागल ने इसके बाद सहज गलती से शुरूआत की, पर संभल गये। शांग को ऊंची बैकहैंड बॉल से परेशानी हो रही थी, लेकिन उन्होंने ताकतवर फोरहैंड से दूसरा सेट अपने पक्ष में कर लिया। तीसरा सेट कड़ी टक्कर वाला रहा जिसमें दोनों 5-5 की बराबरी पर थे। नागल ने दो ब्रेक प्वाइंट बचाये लेकिन चीन के खिलाड़ी को एक और मौका दे दिया जिन्होंने ‘डाउन द लाइन’ फोरहैंड विनर से इसे अंक में तब्दील किया। चौथे सेट में शांग का खेल बेहतर रहा और उन्होंने 3-3 की बराबरी के बाद स्कोर 4-3 और 5-3 करके जीत हासिल की।
हरियाणा के छोरे का संघर्ष
हरियाणा के झज्जर के 26 साल के सुमित नागल ने अपने टेनिस करिअर में चार वर्षों में बहुत तकलीफें उठाई हैं। उन्हें इस दौरान कूल्हे की सर्जरी करानी पड़ी। कोविड से जूझना पड़ा और अपनी आंतरिक परेशानियों जूझना पड़ा। वे 2020 में पेपरस्टोन एटीपी रैंकिंग में 638वें स्थान पर आ गए, जबकि दो साल पहले ही वे शीर्ष 130 में थे। इस ढलान से उनका करिअर पर संदेह गहरा गया।
कोविड के बाद मैं नागल ने 2020 में कुछ अच्छे टूर्नामेंट खेले। हालांकि वे कोलोन में चैलेंजर में अपने खेल को बहुत खराब मानते हैं। वहां उन्हें मैच छोड़ना पड़ा क्योंकि कूल्हे में उन्हें थोड़ा दर्द महसूस होने लगा। उनको लगा कि उनका यह सत्र बिना खेले निकल जाएगा। सत्र वैसे भी ख़त्म हो रहा था। 2021 में नागल को यह पता लगाने में कुछ महीने लग गए कि 2021 में क्या करना है। यह असंभव था। क्योंकि ऐसे भी दिन थे जब वे सो नहीं पाते थे। उन्हें लगता था कि अगर बिस्तर पर करवट भी बदलेंगे तो नींद टूट जाएगी।
सर्जरी के बाद मिले मुश्किल मुकाबले
सर्जरी के बाद 2022 में वापसी करते हुए नागल को बहुत कठिन मुकाबले मिले। खासतौर पर तब जब वे लंबे समय से नहीं खेले थे। तब वह संभवत: उनकी सबसे खराब गर्मियां थीं। वे एक अन्य टूर्नामेंट में घायल हो गए थे। इसने 2022 में उनकी यात्रा को थाम लिया। वे दो महीने के लिए दक्षिण अमेरिका में थे और अंत में वे टेनिस कोर्ट भी नहीं देखना चाहते थे। वे मैं बस घर पर रहना चाहते थे और 2023 का इंतजार करना चाहते थे।
नागल, जिन्होंने 2019 में अमेरिकी ओपन में रोजर फेडरर से सेट जीता था, 2022 का अंत उनके बैंक खाते में काफी कम पैसे रह गए और पेपरस्टोन एटीपी रैंकिंग में 502 वें स्थान पर पहुंच गए। फरवरी 2023 में चेन्नई में घरेलू धरती पर एक चैलेंजर टूर्नामेंट में क्वालीफाइंग में वाइल्ड कार्ड प्रविष्टि ने उन्हें फिर से बढ़ने का संबल प्रदान किया। नागल अपने आखिरी खिताब के चार साल बाद अप्रैल में चैलेंजर टूर खिताब जीतने से पहले सेमीफाइनल में पहुंचे थे।