CM Yogi Adityanath News:वाराणसी में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के मंच से CM Yogi आदित्यनाथ ने समाज में जातीय विद्वेष और अव्यवस्था फैलाने वाले तत्वों पर करारा हमला बोला। उन्होंने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि जो लोग बातों से नहीं समझते, उन्हें लाठी से समझाना पड़ेगा। यह बयान उन्होंने जौनपुर में ताजिया जुलूस के दौरान हुई हाईटेंशन तार की चपेट में आकर हुई मौतों की घटना के संदर्भ में दिया। सीएम ने बताया कि जब अधिकारियों ने उनसे पूछा कि रास्ता जाम करने वालों से कैसे निपटा जाए, तो उन्होंने स्पष्ट कहा, “लाठी मारकर भगाओ, क्योंकि ये लातों के भूत हैं, बातों से नहीं मानेंगे।”
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कुछ लोग धार्मिक आयोजनों की आड़ में समाज को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे ताजिया की ऊंचाई को लेकर पहले ही नियम बनाए गए थे, फिर भी इन नियमों को तोड़कर बड़ा ताजिया निकाला गया, जिससे तीन लोगों की जान चली गई। बाद में वही लोग सड़क पर उतरकर हंगामा करने लगे।
CM Yogi ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया आज जातीय नफरत फैलाने का बड़ा माध्यम बनता जा रहा है। फेक अकाउंट बनाकर एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ भड़काया जाता है। उन्होंने बताया कि एक पुराने दंगे की जांच में सामने आया था कि एक व्यक्ति ने केसरिया गमछा पहनकर आगजनी की, ताकि हिंदुओं की एक जाति को बदनाम किया जा सके, लेकिन जब उसका गमछा गिरा तो असली पहचान उजागर हो गई।
कांवड़ यात्रा और मोहर्रम जुलूस की तुलना करते हुए मुख्यमंत्री ने मीडिया की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब मोहर्रम में शस्त्र प्रदर्शन, तोड़फोड़ और आगजनी होती थी, तब कोई सवाल नहीं उठाता था, लेकिन जब शांतिपूर्ण कांवड़ यात्रा निकलती है तो उसे मीडिया ट्रायल का शिकार बनाया जाता है। उन्होंने इस दोहरी मानसिकता को भारत की सांस्कृतिक विरासत पर हमला करार दिया।
कार्यक्रम में भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देते हुए सीएम ने उन्हें गुलामी के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक बताया और कहा कि हमें समाज के भीतर छिपे विघटनकारी तत्वों को पहचानकर उन्हें बेनकाब करना होगा, तभी एकता और अखंडता सुरक्षित रह सकेगी।