Akhilesh Attack On Yogi: गाजीपुर जिले के नोनहरा थाने में हुए कथित पुलिस लाठीचार्ज से भाजपा कार्यकर्ता की मौत का मामला अब बड़े राजनीतिक विवाद का रूप ले चुका है। इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री Akhilesh यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की अंदरूनी लड़ाई का खामियाजा आम कार्यकर्ताओं को क्यों भुगतना पड़ रहा है।
अखिलेश यादव ने फेसबुक पोस्ट के जरिए सरकार और पुलिस दोनों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस का हिरासत में मौत का रिकॉर्ड पहले ही सवालों के घेरे में रहा है और अब इसका असर भाजपा के अपने कार्यकर्ताओं तक पहुंच गया है। अखिलेश ने तंज करते हुए लिखा कि अब जब सत्ताधारी दल के लोग मारे जा रहे हैं, तब भाजपा को यह समझ आ रहा है कि वर्षों से निर्दोष नागरिक किस दर्द से गुजरते रहे हैं।
Akhilesh ने कहा कि किसी भी मृतक को सिर्फ पार्टी कार्यकर्ता नहीं, बल्कि देश का नागरिक और इंसान समझा जाना चाहिए। ऐसी मौतों के लिए न केवल पुलिस, बल्कि उन लोगों की भी निंदा होनी चाहिए, जिन्होंने इन हालात को जन्म दिया और बढ़ावा दिया है। अखिलेश ने सवाल उठाया कि आखिर भाजपा और उसके सहयोगी संगठनों पर पुलिस कार्रवाई के पीछे कौन लोग हैं और क्यों निर्दोष कार्यकर्ता इन विवादों का शिकार हो रहे हैं।
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घटना के बाद गाजीपुर पुलिस ने जांच कर 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की है। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर इराज राजा ने बताया कि नोनहरा थाने के प्रभारी निरीक्षक, एक उपनिरीक्षक, एक मुख्य आरक्षी और तीन आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा दो उपनिरीक्षक और तीन अन्य आरक्षियों को लाइन हाजिर किया गया है।
मृतक कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय उर्फ जोखू (35) रुकुंदीपुर गांव का निवासी था। वह मंगलवार रात थाना परिसर में धरने के दौरान घायल हुआ और गुरुवार तड़के लगभग तीन बजे उसकी मौत हो गई।
इस घटना के बाद गाजीपुर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की राजनीति में हलचल है। भाजपा कार्यकर्ताओं में असंतोष और विपक्ष की आलोचना ने इसे एक बड़े राजनीतिक मुद्दे में बदल दिया है, जो आने वाले समय में और गरमाहट ला सकता है।