Haryana पुलिस में चल रहे विवाद ने 14 अक्टूबर 2025 को एक नया और खतरनाक मोड़ ले लिया, जब रोहतक में साइबर सेल में तैनात असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI सतीश लाठर) ने अपनी सर्विस पिस्तौल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
यह घटना ठीक एक सप्ताह बाद हुई जब वरिष्ठ IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ में खुदकुशी कर ली थी। पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में 16 वरिष्ठ अधिकारियों पर जातिगत उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था, जिसके बाद Haryana DGP समेत कई अधिकारियों पर कार्रवाई हुई और SIT का गठन किया गया।
MASSIVE TWIST IN ADGP PURAN KUMAR CASE
I.O. Sandeep Lather investigating ADGP Puran's staff officer commits suicide. In last video deposition and suicide note accuses Kumar of corruption, misusing caste identity and other malpractices. pic.twitter.com/sGo9SLiJAk— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) October 14, 2025
ASI के नोट ने पलट दी जांच की दिशा
ASI सतीश लाठर की आत्महत्या के बाद स्थिति पूरी तरह बदल गई। घटनास्थल से तीन पन्नों का सुसाइड नोट और एक वीडियो संदेश बरामद हुआ। इस नोट में ASI लाठर ने दिवंगत IPS पूरन कुमार पर ही गंभीर आरोप लगाए हैं। लाठर ने लिखा है कि वाई पूरन कुमार भ्रष्टाचार में लिप्त थे और जातिवाद का सहारा लेकर सिस्टम को हाईजैक कर रहे थे। ASI ने खुद को “भ्रष्ट सिस्टम के खिलाफ शहादत” देने वाला बताया और मांग की कि पूरन कुमार के परिवार के खिलाफ निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। उन्होंने हरियाणा के DGP को ईमानदार बताया है।
वसूली केस से जुड़ाव
ASI लाठर की यह आत्महत्या उस जांच से जुड़ी है जो IPS पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार के खिलाफ चल रहे एक वसूली (Extortion) के मामले से संबंधित थी। लाठर ही वह अधिकारी थे जिन्होंने सुशील कुमार को गिरफ्तार किया था। पूरन कुमार का परिवार इस वसूली मामले को IPS अधिकारी को फंसाने की ‘साजिश’ बता रहा था, लेकिन अब ASI का नोट संकेत देता है कि शायद यह मामला अधिक जटिल था और इसमें उच्च स्तर पर भ्रष्टाचार शामिल हो सकता है।
जांच और विरोधाभास
वर्तमान में, Haryana पुलिस ने ASI का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है और सुसाइड नोट व वीडियो को फॉरेंसिक जांच के लिए कब्जे में ले लिया है। अब SIT को दोनों अधिकारियों की आत्महत्या के बीच के विरोधाभासी आरोपों की गुत्थी सुलझानी होगी।
एक तरफ, पूरन कुमार की पत्नी (जो एक IAS अधिकारी हैं) उत्पीड़न के आरोप पर FIR में अधिक कड़ी धाराएं जुड़वाने के लिए अड़ी हैं। वहीं, दूसरी तरफ, ASI लाठर का नोट पूरन कुमार और उनके परिवार पर ही भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगा रहा है। हरियाणा पुलिस अब एक ऐसे अजीबोगरीब चौराहे पर खड़ी है, जहां दो पुलिस अधिकारियों की मौत के पीछे के कारणों में ‘उत्पीड़न’ और ‘भ्रष्टाचार’ का सीधा टकराव हो रहा है।