ASP wife suicide: लखनऊ के रिजर्व पुलिस लाइन स्थित ट्रांजिट हॉस्टल में तैनात ASP मुकेश प्रताप सिंह की पत्नी नितेश सिंह की आत्महत्या से पहले का एक चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। इस वीडियो में नितेश अपने ऑटिज्म से पीड़ित 12 वर्षीय बेटे की जान लेने की कोशिश करती दिखाई दे रही हैं। यह पूरी घटना कमरे में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई, जिससे पूरे मामले ने गंभीर मोड़ ले लिया है।
वीडियो 29 जुलाई की सुबह 10:40 बजे का है और इसकी लंबाई 54 सेकेंड की है। इसमें दिख रहा है कि नितेश अपने बेटे के मुंह पर तकिया रखकर उसे दबा रही हैं। बेटा सोया हुआ है, लेकिन जब वह घबराकर उठता है तो वह उसका गला दबाने की कोशिश करती हैं। बच्चे के प्रतिरोध और छटपटाने के बाद वह उसे छोड़ देती हैं और बेड पर बैठ जाती हैं। वीडियो में डेढ़ वर्षीय छोटा बेटा भी पास में मौजूद है।
लखनऊ ब्रेकिंग:
एएसपी मुकेश प्रताप सिंह की पत्नी नितेश सिंह ने सुसाइड करने से एक दिन पहले दिव्यांग बेटे को मारने का प्रयास किया था। पूरी घटना कमरे में लगे सीसी कैमरे में भी कैद हो गई थी। इसी के बाद मुकेश ने नितेश के घरवालों को देखभाल के लिए बुलाया था। लेकिन उनके पहुंचने से पहले… pic.twitter.com/tHpyNOKCR0
— Ayushman pandey (@meepandeyji) July 31, 2025
घर में लगे सीसीटीवी कैमरे ASP मुकेश के मोबाइल से जुड़े हुए थे। जब उन्होंने ऑफिस में बैठकर यह लाइव फुटेज देखा तो तुरंत घर पहुंचे और पत्नी से इस हरकत को लेकर झगड़ा हुआ। बताया गया है कि इससे पहले भी दो दिनों से दोनों के बीच लगातार तनाव चल रहा था। घटना के दिन भी ASP और नितेश के बीच बहस हुई थी।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद बुधवार को नितेश ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। गुरुवार को फिरोजाबाद स्थित उनके पैतृक गांव नगला करन में अंतिम संस्कार किया गया, जहां नितेश के डेढ़ साल के मासूम बेटे ने उन्हें मुखाग्नि दी।
नितेश के भाई और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने ASP मुकेश पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने फिलहाल कोई FIR दर्ज नहीं कराई है लेकिन उन्होंने बताया कि अंतिम संस्कार और शांति पाठ के बाद वह लखनऊ में तहरीर देंगे और साक्ष्य जुटा रहे हैं।
नितेश के पिता राकेश प्रताप सिंह, जो पूर्व विधायक हैं, बेटी की मानसिक स्थिति को लेकर चिंतित थे और ASP के कहने पर लखनऊ आ रहे थे। दुर्भाग्यवश जब वह पहुंचे, तब तक बेटी की मौत हो चुकी थी। यह घटना पुलिस महकमे और समाज दोनों के लिए एक गहरी चिंता का विषय बन गई है।