Azamgarh child murder case: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के सिधारी थाना क्षेत्र में गुरुवार को एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। पठान टोला निवासी मुकर्रम अली का सात वर्षीय बेटा साहेब आलम बुधवार शाम घर से बाहर निकला और वापस नहीं लौटा। परिजनों ने तुरंत रात में पुलिस को इसकी सूचना दी, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
गुरुवार को दिन में साहेब का शव घर के बगल में तार पर लटका हुआ बोरे में मिला। मौके पर पुलिस के साथ फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वॉड और सर्विलांस टीम भी पहुंची और शव व आसपास की जगह की जांच की। शव मिलने के पास के मकान में खून के निशान भी पाए गए। परिजन बताते हैं कि साहेब का शव मिलने से पहले उन्हें फिरौती के लिए कॉल भी आई थी, लेकिन पुAzamgarh लिस ने इस पर कोई कारगर कार्रवाई नहीं की।
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शव मिलने की जानकारी फैलते ही इलाके में भारी भीड़ जमा हो गई। लोग पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे और उग्र प्रदर्शन करने लगे। गुस्साए लोगों ने पड़ोसी पर हत्या का आरोप लगाते हुए उसका घर फूंकने की कोशिश की। Azamgarh पुलिस ने तत्काल स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए 16 थानों की फोर्स और पीएसी तैनात की। मौके पर एसपी सिटी मधुबन कुमार सिंह और एएसपी चिराग जैन भी पहुंचे और लोगों को शांत कराया।
घटनास्थल पर पहुंचे पुAzamgarh लिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी गई है। आरोपित अपने परिवार के साथ घर छोड़कर फरार हो गए हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया कि आरोपितों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि जांच में अगर किसी पुलिसकर्मी की लापरवाही सामने आती है, तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सुरक्षा और पुलिस कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजन और स्थानीय लोग न्याय की मांग कर रहे हैं, जबकि पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी हुई है।