Ballia inspector transferred: बलिया की सदर कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर योगेंद्र बहादुर सिंह के तबादले ने पुलिस महकमे में भावनात्मक लहर पैदा कर दी। आमतौर पर सख्त मिजाज के लिए मशहूर योगेंद्र सिंह को जब विदाई दी गई, तो न सिर्फ वे खुद आंसुओं में डूब गए, बल्कि उनके साथ काम करने वाले पुलिसकर्मी भी गले लगकर रोने लगे। यह पूरा दृश्य कैमरे में कैद हो गया और सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
बलिया में इंस्पेक्टर योगेंद्र बहादुर सिंह का तबादला
विदाई समारोह में फूट-फूटकर रोए
पुलिसकर्मी भी गले लगकर भावुक हुए
एबीवीपी से विवाद के बाद लाइन हाजिर
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल@balliapolice @Uppolice #Ballia #UPPolice #ViralVideo #InspectorTransfer #EmotionalFarewell pic.twitter.com/0xik0rE0Be
— News1India (@News1IndiaTweet) August 1, 2025
योगेंद्र सिंह के प्रति उनके सहकर्मियों के भाव स्पष्ट रूप से इस बात की तस्दीक करते हैं कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान एक अनुशासित, लेकिन स्नेहिल माहौल बनाया। विदाई के दौरान पुलिसकर्मियों ने कहा कि सिंह ने टीम को परिवार जैसा वातावरण दिया और उनके नेतृत्व में काम करना गौरव की बात रही।
हालांकि, उनका तबादला एक विवादित घटना के बाद हुआ। जानकारी के मुताबिक, कुछ दिन पहले बलिया में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह से शुल्क वृद्धि समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर मिलने पहुंचे थे। इस दौरान सदर कोतवाली के इंस्पेक्टर योगेंद्र सिंह से उनकी बहस हो गई। एबीवीपी के अनुसार, सिंह ने उनके प्रतिनिधिमंडल के साथ अभद्र व्यवहार किया। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें उन्हें बहस करते देखा जा सकता है।
घटना के बाद एबीवीपी ने धरना प्रदर्शन शुरू किया, जिसे Ballia पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह और जिलाधिकारी ने समझाकर समाप्त कराया। इसके बाद, पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए योगेंद्र बहादुर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया।
इसी निर्णय के बाद विदाई का आयोजन हुआ, जहां Ballia पुलिसकर्मियों ने उन्हें माला पहनाकर विदा किया और भावनात्मक शब्दों में उनके योगदान को याद किया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे सिंह अपने आंसू रोक नहीं पाए और सहकर्मियों के साथ भावुक क्षण साझा किए।
इस पूरी Ballia घटना ने सोशल मीडिया पर दो तरह की प्रतिक्रियाएं पैदा की हैं। कुछ लोग इंस्पेक्टर के व्यवहार की आलोचना कर रहे हैं, तो कई लोग उनके मानवीय और नेतृत्वकारी गुणों की प्रशंसा कर रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस विभाग इस मामले से क्या सबक लेता है और भविष्य में इस तरह की स्थितियों से कैसे निपटता है।