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Tuesday, November 4, 2025
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लोकतंत्र शर्मसार! ‘राम-सीता देश’ कहकर हिमंत ने उगला नफरती तीर, JDU मंत्री ने धमकाया- BJP के ख़िलाफ़ वोट देने वालों को ‘नजरबंद’ कर दो

Bihar elections controversial statements: बिहार चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में, भारतीय जनता पार्टी (BJP) और उसके सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) के नेताओं के बेहद विवादित और आपत्तिजनक बयानों ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। ये बयान सीधे तौर पर सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश प्रतीत होते हैं।

असम CM सरमा का सांप्रदायिक हमला: ‘ओसामा’ विवाद

असम के मुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने सीवान में एक चुनावी रैली के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार ओसामा शहाब पर सीधा हमला बोला। उन्होंने शहाब का नाम लिए बिना उनकी तुलना अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी ओसामा बिन लादेन से कर दी और उन्हें ‘छोटा ओसामा’ कहकर संबोधित किया।

सरमा ने भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा, “इस देश के जितने भी ओसामा हैं, सबको एक-एक करके खत्म करना है,” और यह कि देश “राम-सीता का देश है” जहां ओसामा बिन लादेन जैसा किसी का वर्चस्व मान्य नहीं होगा। उन्होंने दिवंगत नेता शहाबुद्दीन (ओसामा शहाब के पिता) का नाम लेते हुए उन पर “मर्डर में गिनीज रिकॉर्ड” बनाने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि यदि ‘छोटे ओसामा’ को यहीं नहीं रोका गया तो वह पूरे देश में फैल जाएगा। सरमा ने ध्रुवीकरण की कोशिश करते हुए यह भी कहा कि जब हिंदू जाग जाएगा, तो कोई “ओसामा या औरंगजेब” सामने नहीं टिक पाएगा।

ललन सिंह का अलोकतांत्रिक निर्देश: वोटरों को ‘नजरबंद’ करने की बात

जद (यू) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने मोकामा में जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह के समर्थन में प्रचार करते हुए एक अलोकतांत्रिक और धमकाने वाला बयान दिया। वायरल हो रहे एक वीडियो में, ललन सिंह लोगों से कहते दिख रहे हैं कि “एक-दो नेता हैं उनको चुनाव के दिन घर से निकलने मत दें। घर में पैक कर दीजिए।”

इस बयान पर कांग्रेस और आरजेडी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। Bihar  कांग्रेस ने इस वीडियो को साझा करते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाया है और पूछा है कि क्या ‘निष्पक्ष’ चुनाव आयोग इस पर कोई एक्शन लेगा। आरजेडी नेता मनोज झा ने प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग की निष्क्रियता पर भी हमला बोला है।

हालाँकि, Bihar  जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने इस बयान का बचाव करते हुए कहा कि ललन सिंह ने किसी का नाम नहीं लिया और यह केवल “चुनाव प्रचार में बोलने की एक शैली” है। इस बीच, चुनाव आयोग के सूत्रों ने संकेत दिया है कि ललन सिंह के बयान को लेकर जल्द ही नोटिस जारी किया जा सकता है।

ये दोनों बयान दर्शाते हैं कि सत्ताधारी गठबंधन किस तरह सांप्रदायिक घृणा और सीधे तौर पर मतदाताओं को डराने-धमकाने के हथकंडों का इस्तेमाल कर रहा है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए चिंता का विषय है।

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