Mirzapur Saroj Sargam controversy: मिर्जापुर की बिरहा गायिका सरोज सरगम को मां दुर्गा पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। शारदीय नवरात्रि शुरू होते ही मिर्जापुर में बिरहा गायिका सरोज सरगम अपने विवादित गानों को लेकर चर्चा में आ गईं। इन गानों में उन्होंने मां दुर्गा और अन्य हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक और भड़काऊ बातें कहीं थीं। उनके इस कदम से हिंदू संगठनों में भारी रोष फैल गया। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) सहित कई संगठनों ने उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
Name: Saroj Sargam
Address: Daraganj, Prayagraj
Offence: Posting and singing derogatory songs against Hindu religion and deities, amounting to insult of faith.@prayagraj_pol Kindly take cognizance of the matter and initiate investigation & action. @Uppolice @mirzapurpolice pic.twitter.com/ONb3RJaeZ1— ADV. ASHUTOSH J. DUBEY 🇮🇳 (@AdvAshutoshBJP) September 19, 2025
कौन हैं सरोज सरगम?
Saroj Sargam मिर्जापुर के मड़िहान की रहने वाली एक लोक गायिका हैं जो भोजपुरी बिरहा गाती हैं। उनका एक यूट्यूब चैनल है, जिसका नाम ‘Saroj Sargam Mirzapur’ है। इस चैनल के 64 हजार से अधिक ग्राहक हैं और वह इस पर 40 से ज़्यादा वीडियो डाल चुकी हैं।
विवाद की जड़ क्या है?
विवाद तब शुरू हुआ जब Saroj Sargam ने अपने एक बिरहा गीत में महिषासुर और मां दुर्गा के बीच हुए युद्ध का जिक्र किया। आरोप है कि इस गाने में उन्होंने महिषासुर का महिमामंडन किया और मां दुर्गा के बारे में अपमानजनक टिप्पणियां कीं। इन गानों के थंबनेल पर भी देवी-देवताओं के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया था, जिससे लोगों का गुस्सा और बढ़ गया। हिंदू संगठनों ने इसे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया और कहा कि यह सामाजिक सद्भाव को बिगाड़ने का काम है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। मिर्जापुर के एसएसपी सोमेन बर्मा ने पुष्टि की है कि सरोज और उनके पति राममिलन बिंद को गिरफ्तार कर लिया गया है। साइबर क्राइम टीम ने भी उनके यूट्यूब चैनल से सभी विवादित वीडियो हटा दिए हैं। इन गानों के खिलाफ सिर्फ मिर्जापुर में ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश सहित दूसरे राज्यों में भी एफआईआर दर्ज हुई हैं।
पुलिस ने बताया कि Saroj Sargam के घरवालों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि क्या इस घटना में कोई और भी शामिल था। गिरफ्तारी के बाद उनके चैनल से सभी वीडियो हटा दिए गए हैं, जिससे यह साफ है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। यह घटना धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल पर एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।