Bulandshahr Crime: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में एक 17 वर्षीय स्कूली छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना ने एक बार फिर महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना चार दिन पहले स्थानीय गांव में घटित हुई, जब किशोरी अपनी मां से हुई अनबन के बाद घर से निकल गई थी।
घटना का विस्तृत ब्यौरा
Bulandshahr पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता स्थानीय इंटर कॉलेज में कक्षा 12 की छात्रा है। घटनावारी शाम को उसकी मां ने पढ़ाई न करने पर उसे डांट दिया, जिसके बाद वह नाराज होकर घर से बाहर चली गई। इसी दौरान गांव के ही दो शादीशुदा युवकों – पंकज और सागर ने उसे रास्ते में रोककर धमकियां दीं और पास के खेत में ले गए। वहां उन्होंने रातभर उसके साथ जबरन दुर्व्यवहार किया।
परिजनों को मिली जानकारी
अगली सुबह जब बेहद डरी हुई और सदमे में किशोरी घर लौटी, तो उसने शुरू में किसी से कुछ नहीं कहा। परिजनों के बार-बार पूछने पर ही उसने पूरी घटना बताई। छात्रा की गंभीर हालत देखकर परिवार ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसका मेडिकल परीक्षण किया।
पुलिस की कार्रवाई
पीड़िता के पिता द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने तुरंत आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376डी (सामूहिक दुष्कर्म) और अन्य प्रासंगिक धाराओं में मामला दर्ज किया। शिकारपुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक चंदगीराम यादव ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की गहन जांच चल रही है।
समाज में आक्रोश
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैला दिया है। स्थानीय निवासियों और महिला संगठनों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से महिला सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
Bulandshahr जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित न्याय सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए विशेष जांच टीम गठित की गई है और सबूतों का विश्लेषण किया जा रहा है।
यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना एक बार फिर समाज में बढ़ रही यौन हिंसा की प्रवृत्ति को उजागर करती है। जहां एक ओर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वहीं दूसरी ओर इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए सामाजिक जागरूकता और कानून व्यवस्था को और सशक्त बनाने की आवश्यकता है। अब सभी की निगाहें इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया पर टिकी हुई हैं।