Chitrakoot News: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को हिला दिया है। मारकुंडी थाना क्षेत्र के इटवां डुडैला गांव में शनिवार शाम मामूली घरेलू विवाद ने खौफनाक रूप ले लिया, जब 25 वर्षीय ज्योति यादव ने अपने तीन मासूम बच्चों के साथ जहर खाकर आत्मघाती कदम उठा लिया। बताया जा रहा है कि ज्योति ने पति बब्बू यादव से गुटखा मंगवाया था, लेकिन पति के न लाने पर वह गुस्से में आ गई और यह चरम कदम उठा लिया।
पति के घर लौटते ही सामने आया भयावह नजारा
घटना शनिवार शाम लगभग पांच बजे की है। जब बब्बू यादव घर पहुंचे तो अंदर से दरवाजा बंद मिला। जैसे ही उन्होंने दरवाजा खोला, घर के भीतर का नजारा देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। पत्नी ज्योति और उनके बच्चे चन्द्रमा (3), दीपचंद्र (5) और बुलबुल (डेढ़ साल) अचेत अवस्था में पड़े मिले। बब्बू की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग एकत्र हो गए और ग्रामीणों की मदद से सभी को तुरंत सतना जिले के मझगंवा अस्पताल ले जाया गया।
इलाज के दौरान मां और दो बच्चों की मौत
अस्पताल में इलाज के दौरान तीन साल की चन्द्रमा की मौत हो गई। ज्योति और बाकी दो बच्चों की हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें सतना जिला अस्पताल रेफर किया। वहां ज्योति और सबसे छोटी बेटी बुलबुल की भी मौत हो गई। वहीं, पांच वर्षीय दीपचंद्र यादव की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है और उसका उपचार सतना जिला चिकित्सालय में जारी है।
पुलिस जांच में सामने आई चौंकाने वाली वजह
Chitrakoot घटना की जानकारी मिलते ही मारकुंडी थाना प्रभारी श्याम प्रताप सिंह और पुलिस टीम सतना रवाना हो गई। मानिकपुर एसडीएम मोहम्मद जसीम भी देर रात घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, पति-पत्नी के बीच गुटखा को लेकर हुए विवाद को ही घटना का मुख्य कारण माना जा रहा है।
गांव में छाया मातम
इस दर्दनाक घटना के बाद इटवां डुडैला गांव में मातम पसर गया है। ग्रामीणों का कहना है कि ज्योति शांत स्वभाव की महिला थीं, लेकिन घरेलू विवादों के चलते तनाव में रहती थीं। Chitrakoot पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की विस्तृत जांच जारी है।