CM Yogi Adityanath Sarcasm:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में एक कार्यक्रम के दौरान स्थानीय सांसद रवि किशन को साफ शब्दों में चेताया कि यदि नाले पर बने उनके घर के कारण जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है, तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को गोरखपुर नगर निगम के 250 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण समारोह में योगी आदित्यनाथ ने रामगढ़ ताल क्षेत्र में अतिक्रमण का मुद्दा उठाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि विकास कार्यों में बाधा डालने वाले किसी भी अतिक्रमण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
CM Yogi ने अपने चिर-परिचित गंभीर अंदाज से हटकर, चुटीले लहजे में कहा, “सांसद जी (रवि किशन) ने भी अपना घर नाले पर बनवाया है, अगर दिक्कत हुई तो कार्रवाई तय है।” उनकी इस टिप्पणी पर कार्यक्रम में मौजूद पार्षद और अन्य लोग ठहाके लगाकर हंसने लगे। योगी ने आगे कहा कि यदि नाला चोक हुआ और जलजमाव हुआ, तो नगर निगम “एक बटन दबाकर” नाला साफ कर देगा और संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई होगी, चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो। उन्होंने यह भी जोर दिया कि शहर की सड़कें चौड़ी हो रही हैं और सकरी गलियों में अतिक्रमण होने पर कार्रवाई तय है।
योगी आदित्यनाथ यहीं नहीं रुके। उन्होंने अपनी बात को और मनोरंजक बनाते हुए आवारा कुत्तों का जिक्र किया, जिससे माहौल और भी खुशनुमा हो गया। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, “मान लीजिए रवि किशन जी और कालीबाड़ी के महंत रवींद्र दास जी दोनों लोग एक गली से होकर गुजर रहे हैं, अंधेरा होने की वजह से आवारा कुत्ते उनके पीछे पड़ जाएं तो वे इनकी चाल-ढाल देखकर इन्हें छोड़ने वाले नहीं, हमला तो जरूर करेंगे।” इस टिप्पणी पर भी खूब ठहाके लगे।
CM Yogi ने कहा कि गोरखपुर शहर, जो कभी मच्छर और माफिया के लिए जाना जाता था, अब धीरे-धीरे दोनों से मुक्त हो रहा है। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि यदि आप किसी अंधेरी गली में जाएं तो आवारा कुत्ते आपका ऐसा स्वागत करेंगे कि शायद “आपकी धोती भी न बचे।” यह सुनते ही सभी लोग अपनी हंसी नहीं रोक पाए। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी के साथ-साथ सांसद रवि किशन और कालीबाड़ी के महंत रवींद्र दास के चेहरे पर भी मुस्कान थी, जिससे यह स्पष्ट था कि इस कटाक्ष को हल्के-फुल्के अंदाज में लिया गया।
योगी आदित्यनाथ के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने सार्वजनिक रूप से रवि किशन पर इस तरह की टिप्पणी की है।1 उनके इस अंदाज ने एक बार फिर दिखाया कि वे अपनी गंभीर राजनीतिक छवि के इतर भी मजाकिया और सीधा बोलने वाले नेता हैं।