अयोध्या की तरह मथुरा की पौराणिकता लौटेगी, जन्माष्टमी पर CM Yogi का संकल्प

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CM Yogi

CM Yogi Mathura: भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मथुरा पहुंचे और श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर पूजा-अर्चना करने के बाद भागवत भवन से जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जैसे अयोध्या में 500 वर्षों की गुलामी का प्रतीक मिटाकर रामलला का भव्य मंदिर बना है, वैसे ही ब्रजभूमि की पौराणिक पहचान को भी पुनर्जीवित किया जाएगा। योगी ने स्पष्ट किया कि मथुरा, वृंदावन, बरसाना, गोकुल, बलदेव, गोवर्धन और राधाकुंड को तीर्थस्थलों के रूप में विकसित कर उनकी ऐतिहासिक महत्ता को फिर से स्थापित किया जाएगा।

योगी ने इशारों में बांकेबिहारी कॉरिडोर की आवश्यकता जताई और कहा कि जैसे काशी विश्वनाथ धाम और विंध्यवासिनी धाम में कॉरिडोर से भव्यता लौटी, उसी तरह मथुरा की विरासत को आधुनिक स्वरूप के साथ सुरक्षित किया जाएगा। उन्होंने इसे यूपी सरकार का संकल्प बताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में विकास और आध्यात्मिकता दोनों नए प्रतिमान गढ़ रहे हैं।

CM Yogi ने अपने संबोधन में कहा कि अयोध्या राम जन्मभूमि के रूप में विश्वविख्यात है तो मथुरा भगवान श्रीकृष्ण की अवतार स्थली है। पूरी ब्रजभूमि भगवान की लीलाओं की साक्षी है, जहां आज भी रग-रग में कृष्णभक्ति और राधारानी की शक्ति प्रवाहित होती है। योगी ने कहा कि हर साल उन्हें जन्माष्टमी और बरसाना रंगोत्सव के अवसर पर मथुरा आने का सौभाग्य मिलता है।

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इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने मथुरा को 645 करोड़ रुपये की 118 विकास परियोजनाओं की सौगात दी। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार तीर्थस्थलों के संरक्षण और श्रद्धालुओं की सुविधा दोनों पर बराबर ध्यान दे रही है। ब्रज तीर्थ विकास परिषद इस दिशा में निरंतर कार्य कर रहा है।

योगी ने सनातन धर्म की महिमा गिनाते हुए कहा कि मां गंगा, मां यमुना, गोमाता और गायत्री इसकी ध्वजवाहक हैं। जब तक ये हैं, तब तक सनातन धर्म दुनिया का मार्गदर्शन करता रहेगा। उन्होंने गोवंश संरक्षण का उल्लेख करते हुए कहा कि यूपी सरकार ने निर्णय लिया है कि कोई भी गाय निराश्रित नहीं रहेगी। यदि कोई किसान ऐसी गाय का पालन करता है तो उसे 1500 रुपये मासिक सहायता दी जाएगी।

सीएम ने चेतावनी दी कि जाति, भाषा और क्षेत्र के नाम पर देश को कमजोर करने वाली दुष्ट प्रवृत्तियों से सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा कि आज यूपी अपनी सांस्कृतिक धरोहर और आधुनिक विकास दोनों में नई पहचान बना रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण का समापन ‘केशव देव महाराज की जय’, ‘कृष्ण कन्हैया की जय’, ‘राधे-राधे की जय’, ‘यमुना मैया की जय’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों के साथ किया।