Dablu Yadav encounter: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में हुए एक एनकाउंटर में बिहार का कुख्यात अपराधी डब्लू यादव मारा गया। उस पर हत्या, अपहरण, डकैती और लूट जैसे 24 संगीन अपराधों के मामले दर्ज थे। करीब दो महीने पहले बिहार के बेगूसराय जिले में हम पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष राकेश शाह के अपहरण और हत्या के मामले में भी वह प्रमुख आरोपी था। उसके ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था और लंबे समय से बिहार पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी।
मिली जानकारी के अनुसार, यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट और बिहार पुलिस को डब्लू यादव के हापुड़ के सिंभावली थाना क्षेत्र में छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद दोनों टीमों ने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। जैसे ही पुलिस ने उसे घेरकर आत्मसमर्पण करने को कहा, डब्लू यादव ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के लिए अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एनकाउंटर के बाद डब्लू यादव के पास से अवैध पिस्टल, तमंचा और कई कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि वह हापुड़ के कुछ प्रमुख व्यापारियों को अपना अगला निशाना बनाने की तैयारी में था, लेकिन वारदात को अंजाम देने से पहले ही मारा गया।
राकेश शाह के परिवार ने Dablu Yadav को उनके बेटे के अपहरण और हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया था। शाह की मां शकुंतला देवी ने आरोप लगाया था कि डब्लू यादव को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी दी जानी चाहिए। राकेश की हत्या के विरोध में बेगूसराय में लोगों ने नेशनल हाईवे-31 को कई घंटे तक जाम कर प्रदर्शन किया था।
गौरतलब है कि इस केस में एक अन्य आरोपी गौरव को भी कुछ दिन पहले गुरुग्राम के सेक्टर 37 डी इलाके से गिरफ्तार किया गया था। गौरव पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
Dablu Yadav की मौत के बाद पुलिस अब उसके नेटवर्क की जांच में जुट गई है। अधिकारी मानते हैं कि उसका आपराधिक गिरोह बिहार से लेकर एनसीआर तक फैला हुआ था। हापुड़ में हुआ यह एनकाउंटर सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।