Ghaziabad Haj House: गाजियाबाद का हज हाउस अब सिर्फ तीर्थयात्रियों के लिए नहीं बल्कि शादी और वैवाहिक आयोजनों के लिए भी खुल गया है। 2014 में 52 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस हज हाउस की हालत अब जर्जर हो गई थी। दीवारों और कमरों की मरम्मत की सख्त जरूरत है, लेकिन प्रशासन ने इसे नया प्रयोग देने का फैसला किया है। अब कोई भी परिवार केवल 25 हजार रुपये जमा कर हज हाउस में शादी, सगाई या अन्य वैवाहिक कार्यक्रम आयोजित कर सकता है। इस पहल के तहत हज हाउस का पूरा ब्लॉक और बाहरी ओपन एरिया आयोजनों के लिए खोल दिया गया है।
शादी समारोहों के लिए नई व्यवस्था
Ghaziabad Haj House में अब शादी और वैवाहिक आयोजनों के लिए टेंट लगाये जा रहे हैं। आयोजन की बुकिंग के लिए एक निश्चित फॉर्मेट बनाया गया है। इसके अनुसार, आयोजक को सीधे अधिकृत ट्रेनर से संपर्क करना होगा। कार्यक्रम संपन्न होने के बाद सफाई और व्यवस्थापन की जिम्मेदारी आयोजक की होगी। इसके संचालन के लिए जिले में एक विशेष टीम भी गठित की गई है। इस नई पहल से न केवल भवन का उपयोग बढ़ेगा, बल्कि यहां काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी भी सुनिश्चित होगी।
मरम्मत और आधुनिकीकरण पर कार्य रोक
हज कमेटी के सदस्यों के अनुसार, हज हाउस के मरम्मत और आधुनिकीकरण के लिए 15 करोड़ रुपये का प्रस्ताव पहले ही स्वीकृत हो चुका है। हालांकि, अब तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। भवन की दीवारें, कमरे और अन्य हिस्से मरम्मत की सख्त जरूरत में हैं। बुकिंग से मिलने वाली राशि भले ही रेनोवेशन में इस्तेमाल नहीं हो रही हो, लेकिन यह कर्मचारियों की वेतन व्यवस्था के लिए काफी मददगार साबित हो रही है।
Ghaziabad Haj House की लोकप्रियता बढ़ी
जब हज हाउस तैयार हुआ था, तो इसका काफी चर्चा हुई थी। इसमें 36 वीआईपी कमरे बनाए गए थे और एक समय में 1886 यात्री यहां ठहर सकते थे। अब यह स्थान शादी और वैवाहिक आयोजनों के लिए भी जाना जाने लगा है। हज हाउस गाजियाबाद टीम के अनुसार, फिलहाल तक लगभग 40 बुकिंग हो चुकी हैं। इस नई पहल के साथ हज हाउस गाजियाबाद का एक नया हॉटस्पॉट बन गया है, जहां परिवार समारोह आयोजित करने के लिए लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं।
इस कदम से न केवल Ghaziabad Haj House की उपयोगिता बढ़ी है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए एक नया आयोजन स्थल भी तैयार हुआ है। भविष्य में मरम्मत और आधुनिकीकरण के बाद इसे और अधिक आकर्षक बनाने की योजना भी मौजूद है, जिससे यह स्थान गाजियाबाद का प्रमुख आयोजन स्थल बन सके।