Ghaziabad cyber fraud: गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके में एक हैरान कर देने वाला साइबर क्राइम सामने आया है, जहां मोबाइल पर बात करते समय ही एक व्यक्ति का फोन हैक कर लिया गया और उसके बैंक खाते से दो लाख रुपये उड़ा लिए गए। यह घटना पार्श्वनाथ पैराडाइज सोसायटी के निवासी प्रदीप सिंह के साथ हुई, जो 10 जून की सुबह मोहननगर से गाजियाबाद की ओर जा रहे थे। रास्ते में वे अपने किसी परिचित से फोन पर बात कर रहे थे, तभी अचानक उनके मोबाइल के सिग्नल गायब हो गए और कॉल कट गई।
सिग्नल चले जाने के बाद प्रदीप सिंह ने जब दोबारा कॉल करने की कोशिश की तो फोन में लगातार आउटगोइंग सेवा बंद होने का संदेश आ रहा था। उन्हें समझ नहीं आया कि अचानक मोबाइल में क्या तकनीकी समस्या आ गई। उन्होंने सोचा शायद फोन में कोई दिक्कत है, इसलिए सिम निकालकर फिर से लगाया। जैसे ही उन्होंने फोन चालू किया, उन्हें तुरंत अपने बैंक खाते से 50 हजार रुपये कटने का संदेश मिला।
यह देखकर प्रदीप सिंह घबरा गए और तत्काल बैंक के कस्टमर केयर से संपर्क किया। बैंक से बात करने पर उन्हें पता चला कि उनके खाते से चार अलग-अलग ट्रांजेक्शन में कुल दो लाख रुपये निकाल लिए गए हैं। उन्होंने तुरंत बैंक खाते को ब्लॉक कराया ताकि और नुकसान न हो सके। इसके बाद प्रदीप ने साहिबाबाद थाने में जाकर साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराई और साथ ही साइबर क्राइम पोर्टल पर भी पूरी घटना की जानकारी दी।
Ghaziabad पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर सेल को भी जांच में शामिल कर लिया गया है। Ghaziabad पुलिस का मानना है कि यह एक सोची-समझी साइबर ठगी की घटना है जिसमें मोबाइल के सिग्नल को हैक कर व्यक्ति का सिम क्लोनिंग या सिग्नल जैमिंग जैसे तरीकों से बंद किया गया होगा। इसके बाद ठगों ने खाते से रकम निकाल ली। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि साइबर ठग अब बेहद हाई-टेक तरीके अपनाने लगे हैं। मोबाइल नेटवर्क से छेड़छाड़ कर ठगी करना अब एक नया तरीका बनता जा रहा है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि इस तरह की किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत सतर्क हो जाएं और समय रहते बैंक और पुलिस को सूचना दें।