Gola Mandir Incident: उत्तर प्रदेश के गोला गोकर्णनाथ स्थित छोटी काशी मंदिर में रविवार की देर रात भगदड़ मच गई। सावन के तीसरे सोमवार पर भगवान शिव के दर्शन के लिए पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ अचानक बेकाबू हो गई। मंदिर मार्ग पर अफरातफरी फैल गई और श्रद्धालु एक-दूसरे को धक्का देते हुए आगे बढ़ने लगे। भगदड़ में दो महिलाएं घायल हो गईं जिन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया।
यह घटना उस समय हुई जब कांवड़ियों के जत्थे रात करीब 1 बजे Gola Mandir के मुख्य चौराहे पर पहुंचे। परंपरा के अनुसार मंदिर के कपाट सुबह 3 बजे खुलते हैं, लेकिन इस बार श्रद्धालुओं की भारी संख्या और लगातार बढ़ती भीड़ को देखकर प्रशासन ने 1:30 बजे ही कपाट खुलवा दिए। जैसे ही कपाट खुलने की सूचना फैली, श्रद्धालुओं में सबसे पहले मंदिर पहुंचने की होड़ लग गई। इसी जल्दबाजी में भगदड़ की स्थिति बन गई।
धक्का-मुक्की के बीच कई श्रद्धालु जमीन पर गिर पड़े और कुछ लोग उन्हें रौंदते हुए आगे बढ़ते गए। इसी दौरान दो महिलाएं बुरी तरह घायल हो गईं। उन्हें पुलिस कर्मियों ने बाहर निकाल कर अस्पताल भिजवाया। अफरातफरी में कुछ समय तक हालात काबू से बाहर हो गए थे।
पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। कई बैरिकेड्स हटाने पड़े और पुलिस को लगातार कांवड़ियों से अपील करनी पड़ी कि वे धैर्य बनाए रखें। हालांकि थोड़ी ही देर में हालात पर नियंत्रण पा लिया गया।
इस Gola Mandir भगदड़ से पहले बाराबंकी और मनसा देवी मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई थी, लेकिन गोला में भीड़ की तीव्रता कहीं अधिक रही। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने सोमवार को पूरे जिले की पुलिस फोर्स को गोला में तैनात कर दिया।
सुरक्षा के लिहाज से शहर में वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। साथ ही सभी स्कूल और कॉलेजों को श्रद्धालुओं के ठहराव के लिए खोला गया है।
Gola Mandir प्रशासन की कोशिश है कि आने वाले सोमवारों पर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसलिए भीड़ प्रबंधन और यातायात नियंत्रण की रणनीति को और सख्ती से लागू किया जाएगा। फिलहाल गोला में माहौल शांतिपूर्ण है, लेकिन प्रशासन पूरी तरह सतर्क बना हुआ है।